मांझी. हत्या के केस में छह वर्षो से फरार चल रहे नामजद अभियुक्त के घर मांझी थाने की पुलिस ने न्यायलय द्वारा जारी कुर्की वारंट के अनुपालन को लेकर दाउदपुर थाना क्षेत्र के गोबरही गांव में भारी पुलिस बल के साथ दस्तक दी. एकाएक गांव में भारी पुलिस की संख्या को देखते हुए गांव में हड़कंप मच गया.
वहीं गोबरही गांव में जैसे ही पुलिस ने अभियुक्त सुनील यादव की घर की कुर्की की कार्रवाई प्रारंभ की. वैसे ही घर की महिलाएं व पुरुष ने कुछ देरी की समय मांगने लगी. महिलाओं ने नामजद अभियुक्त को निर्दोष बता कर कुर्की की कार्रवाई रोकने के आग्रह करनी लगी. थानाध्यक्ष अमित कुमार राम ने न्यायालय तथा कानून की बात कह कर समय नहीं देने की बात परिजनों को बताया. परिजन अभियुक्त के राज्य से बाहर रहने की बात कर परिजन समय मांग रहे थे. हांलकि बाद में नामजद अभियुक्त राजस्थान परमेल जिले के नगर थाना गोरा मलानी थाना में आत्मसमर्पण कर दिया. नामजद अभियुक्त के आत्मसमपर्ण करने के बाद पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई रोक दिया. इस दौरान सीओ सौरभ अभिषेक राजश्व पदाधिकारी रोजी कुमारी, थानाध्यक्ष अमित कुमार राम, पुअनि नसीम अहमद, आरती कुमारी, मिथलेश सिंह, योगेंद्र भगत के अलावा बड़ी संख्या में महिला तथा पुरुष शस्त्र बल के जवान शामिल थे. मालूम हो की छोटकी महम्मदपुर निवासी भोला यादव की पत्नी बुच्ची देवी अपने पति मि गोली मारकर हत्या कर देने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. दर्ज प्राथमिकी में गोबरही गांव के चार लोगों नामजद व तीन चार अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से नामजद अभियुक्त फरार चल रहा था. फरार होने पर न्यायालय के आदेश पर मांझी पुलिस ने कुर्की करने पहुची थी.बुलडोजर से घर कुर्क करने गयी पुलिस को देख अभियुक्तों ने किया सरेंडर
दरियापुर.
कोर्ट के आदेश पर बुलडोजर लेकर घर कुर्क करने गयी पुलिस टीम को देख कर अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण कर दिया. जानकारी के अनुसार करीब 29 वर्ष पुराने केस संख्या 117/95 में फरार अभियुक्तों के घर को कुर्क करने के लिए रविवार को इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस की टीम थाना क्षेत्र के एम कुंवारी गांव बुलडोजर लेकर पहुंची. पुलिस की टीम व जेसीबी को देख कर अभियुक्तों में इतना भय व्याप्त हो गया कि वे आत्मसमर्पण ही कर दिए. थानाध्यक्ष ने बताया कि नागेन्द्र राय, योगेन्द्र राय, मिथलेश राय सहित पांच लोगों ने आगलगी की घटना को अंजाम दिया था. जिसमें इनके खिलाफ थाने में केस दर्ज किया गया था. इनमें दो अभियुक्तों की मौत हो चुकी है. अन्य तीनों अभियुक्त नागेन्द्र राय, योगेन्द्र राय व मिथलेश राय कोर्ट के आदेश की बार बार अवहेलना कर रहे थे. इसके बाद इनके खिलाफ कुर्की जब्ती का वारंट जारी हुआ था. कुर्की के पूर्व ही तीनों ने आत्मसमर्पण कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है