चुनाव घोषणा के बाद बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी, मतदाता उदासीन
छपरा (सदर). विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. अपने पक्ष में अधिक मत हासिल करने को ले जहां विभिन्न राजनीतिक दलों या निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं जिला प्रशासन गत लोकसभा व विधानसभा चुनाव के अपेक्षा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
छपरा (सदर). विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. अपने पक्ष में अधिक मत हासिल करने को ले जहां विभिन्न राजनीतिक दलों या निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं जिला प्रशासन गत लोकसभा व विधानसभा चुनाव के अपेक्षा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
परंतु, वैश्विक महामारी कोरोना काल में विगत छह महीनों से निराशा के वातावरण में समय बिताने वाले व भारी बाढ़ से ताबाही का दंश झेलने के साथ जनप्रतिनिधियों के झूठे आश्वासनों के कारण बुनियादी सुविधाओं व जलजमाव से निजात, विद्युत, पेयजल आदि के साथ जाम की समस्या से आये दिन जुझ रहे बड़ी संख्या में मतदाता चुनाव के प्रति उदासीन है.
नेताओं में चुनावी की घोषणा के बाद भले ही अपने जीत सुनिश्चित करने को ले सरगरमी बढ़ी है व पदाधिकारी व कर्मी चुनावी ड्यूटी निभाने के लिए दिन रात लगे हुए है. परंतु सारण में अभी अधिकतर मतदाता इस चुनाव को लेकर उत्साहित नहीं दिखते. स्थिति यह है कि चुनाव की घोषणा होते ही जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों व दाउदपुर थाना क्षेत्र, भेल्दी थाना क्षेत्र, पानापुर थाना क्षेत्र व छपरा सदर के डोरीगंज थाना क्षेत्र के कुतुबरपुर में बड़ी संख्या में मतदाताओं ने बुनियादी सुविधाओं से महरूम होने की वजह से विधानसभा चुनाव में वोट के बहिष्कार का निर्णय लिया है.
posted by ashish jha