सारण में मंदिर से मूर्ति चोरी के बाद पुजारी की हत्या, ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, जांच के लिए SIT गठित
गोपालगंज में पुजारी की हत्या के बाद अपराधियों ने राधे कृष्ण की मूर्ति चुरा ली. मूर्ति का रंग सुनहरा देखकर अपराधियों को लगा कि मूर्ति सोने की बनी है. जो बहुत कीमती होगा. लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक वह मूर्ति पीतल की बनी थी.
सारण के मांझी थाना क्षेत्र के मझनपुरा स्थित राम जानकी मंदिर में अपराधियों ने मंदिर के पुजारी की हत्या कर मंदिर से मूर्ति की चोरी की घटना को अंजाम दिया है. मृतक पुजारी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले बैरिया थाना क्षेत्र के दया छपरा गांव निवासी मोतीलाल पाल के पुत्र शंकर दास बताये जाते हैं.
गमछा से मुंह बांधकर कर की गई हत्या
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात्रि अपराधियों के द्वारा मंदिर में मूर्ति चोरी की घटना को अंजाम दिया गया. इस दौरान मंदिर के पुजारी का गमछा से मुंह बांधकर हत्या कर दी गयी. सुबह में मंदिर पहुंचे स्थानीय लोगों ने देखा कि मंदिर का मुख्य दरवाज बंद है. काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो लोगों ने नजदीक जाकर देखा तो मंदिर का दरवाजा टूटा हुआ था और पुजारी की हत्या कर दी गयी थी.
पीतल की मूर्ति की हुई चोरी
पुजारी की हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने छपरा-मांझी मुख्य मार्ग को जाम कर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की. ग्रमीणों का आरोप था कि पुलिस सिर्फ खाना पूर्ति करके फाइल को बंद कर देती है. ग्रामीण एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे. सड़क जाम के दौरान यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. मोटरसाइकिल चालक आसपास के गांवों से घूम कर जाते रहे. सड़क जाम के कारण दोनों तरफ चारपहिया वाहनों की लंबी कतार लगी रही.
डॉग स्क्वायड व एफएसएल टीम ने की जांच
घटनास्थल पर एफएसएल की टीम व डॉग स्क्वायड ने पहुंचकर जांच की. सदर एसडीओ संजय कुमार राय तथा एसडीपीओ टू राज कुमार के काफी समझाने बुझाने तथा अपराधियों की गिरफ्तारी करने का आश्वासन मिलने के बाद सड़क जाम को हटवाया.
SIT का गठन
मूर्ति चोरी तथा पुजारी की हत्या के मामले के अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी डॉ गौरव मंगला ने एसडीपीओ दो के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया है. टीम का नेतृत्व एसडीपीओ राज कुमार करेंगे. इस टीम में एकमा अंचल पुलिस निरीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह के अलावा मांझी के थानाध्यक्ष अमित कुमार राम, अपर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार, बनियापुर के थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार शामिल हैं.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2006 में राम जानकी मंदिर मझनपुरा से राम जानकी की तीन अष्टधातु की मूर्ति की चोरी पुजारी को बंधक बनाकर कर ली गयी थी. तत्कालीन पुजारी गिरधारी दास को अपराधियों बंधक बनाकर मूर्ति चोरी की थी. मूर्ति चोरी के मामले पुलिस को आजतक कोई सफलता नहीं मिली और इस केस के फाइल को भी बंद कर दिया गया. चोरी की गयी मूर्ति नहीं मिलने पर इस मंदिर में पत्थर की मूर्ति लगाकर पूजा अर्चना की जाती है.
मौके पर पुलिस कर रही कैंप
घटना स्थल पर पुलिस कैंप कर रही है और मामले की जांच में जुटी हुई है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करने के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है. एसपी डॉ गौरव मंगला ने बताया कि एसआइटी का गठन किया गया है. जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी.
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