सदर अस्पताल के ओपीडी को पेपरलेस करने की प्रक्रिया शुरू
सदर अस्पताल के ओपीडी में कुछ विभाग गुरुवार से पूरी तरह से पेपरलेस हो गया है. ऐसे में ओपीडी विभाग के हड्डी, इएनटी व डेंटल विभाग में मरीजों की टोकन सिस्टम से ट्रायल जांच की जा रही है. ऐसे में ओपीडी में ट्रायल जांच के बाद सभी विभागों में पूरी तरह से टोकन सिस्टम से ही इलाज किया जायेगा.
छपरा. सदर अस्पताल के ओपीडी में कुछ विभाग गुरुवार से पूरी तरह से पेपरलेस हो गया है. ऐसे में ओपीडी विभाग के हड्डी, इएनटी व डेंटल विभाग में मरीजों की टोकन सिस्टम से ट्रायल जांच की जा रही है. ऐसे में ओपीडी में ट्रायल जांच के बाद सभी विभागों में पूरी तरह से टोकन सिस्टम से ही इलाज किया जायेगा. जानकारी के अनुसार ओपीडी के इन विभागों में अब पुराने निबंधन पर्ची की संख्या में काफी कमी देखी जा रही है. इन विभागों में अब नये सिरे से टोकन की व्यवस्था की गयी है. गुरुवार को टोकन के माध्यम से चिकित्सकों द्वारा मरीज को बारी बारी से देखा गया. विदित हो कि भव्या एप से मरीजों का पूरा डाटा सॉफ्टवेयर के माध्यम से चिकित्सक के पास उपलब्ध तो है ही. इस दौरान ओपीडी में मरीज निबंध काउंटर पर भव्या एप से बार कोड सकैन कर अपना रजिस्ट्रेशन खुद कर ले रहे है. जो मरीज नही समझ पा रहे हैं. उनके लिए भव्या के कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. डिजिटलाइजेशन के बारे में नहीं है मरीजों को जानकारी गुरुवार से सदर अस्पताल के ओपीडी में डिजिटलाइजेशन के बाद मरीजों में उपापोह स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मरीज बिना पेपर के चिकित्सक के पास जाने से कतरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब तक पर्ची नहीं कटेगी तब तक चिकित्सक कैसे मरीजों का इलाज करेंगे. हालांकि मरीज का सारा डाटा चिकित्सा के पास ऑनलाइन मौजूद है. वही अल्ट्रासाउंड, खून जांच, सीटी स्कैन, एक्स-रे इन सभी की जानकारी इस एप के माध्यम से मरीजों को ऑनलाइन मुहैया हो रही है.
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