Bihar News: बिहार के सरकारी अस्पतालों में हो रही लापरवाही और अस्पताल में सक्रिय दलालों के कारनामे आए दिन सामने आते हैं. इसकी वजह से मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छपरा सदर अस्पताल में शनिवार की देर शाम डीडीसी प्रियंका रानी, सदर एसडीओ संजय राय व डीटीओ राजीव रंजन सिन्हा ने संयुक्त रूप से अस्पताल के विधि व्यवस्था को लेकर जांच की. छापेमारी की भनक लगने पर अस्पताल में हड़कंप मचा रहा.
सभी दलाल अस्पताल छोड़ कर भागे
इस दौरान अस्पताल की व्यवस्था में कई अनियमितता को देख अधिकारियों को फटकार लगायी. जांच के क्रम में सबसे पहले इमरजेंसी विभाग, एसएनसीयू, ब्लड बैंक, डायलिसीस सेंटर तथा अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान इमरजेंसी विभाग में जांच के क्रम में सभी दलाल अस्पताल छोड़ कर भाग खड़े हुए.
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निजी एंबुलेंस पर फाइन, 102 एंबुलेंस की मनमानी धरायी
छापेमारी की भनक लगते ही अस्पताल में सक्रिय तमाम दलाल फरार हो गए. इसके साथ ही अस्पताल परिसर में खड़े निजी एंबुलेंस पर भी कारवाई की गयी. अस्पताल परिसर में खड़े निजी एंबुलेंस से जुर्माना के रूप में 19 हजार का फाइन किया गया. वहीं अस्पताल परिसर में निजी एंबुलेंसों को दूर रखने का निर्देश दिया गया है. एसएनसीयू विभाग में जाकर व्यवस्था का जायजा भी लिया गया. एक मरीज को सरकारी एंबुलेंस मुहैया नहीं होने के कारण इसकी जांच की गयी. जांच के क्रम में यह पाया गया कि सदर अस्पताल के सिविल सर्जन कार्यालय के समीप 102 एंबुलेंस लगाकर एंबुलेंस चालक मौजूद नहीं था. हालांकि डीटीओ के कहने पर डीपीएम के द्वारा 102 एंबुलेंस मरीज को मुहैया कराया गया.
दलालों से सतर्क रहने की दी गयी सलाह
बता दें कि अस्पताल में दलालों को लेकर प्रशासन के द्वारा लगातार कारवाई की जा रही है. वहीं प्रशासन ने अपील की है कि अस्पताल में किसी भी मरीज के साथ कोई भी दलाल अपने चंगुल में फंसाना चाहे तो तत्काल इसकी सूचना विभाग को दें. इस निरीक्षण से पूरे अस्पताल से निजी एंबुलेंस लेकर चालक बाहर भाग खड़े हुए. इस दौरान भगवान बाजार थाने की पुलिस भी अस्पताल में मौजूद रही.