एनडीए-महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं बागी
इ सच्चिदानंद, शोभा देवी व रणधीर के चुनाव लड़ने से मुकाबला रोचक होने के आसार, इस बार सीग्रीवाल हैट्रिक लगाने तो कांग्रेस उम्मीदवार आकाश जीत का खाता खोलने के लिए बेताब.
छपरा (सदर) महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में एनडीए तथा महागठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं. एनडीए उम्मीदवार जनार्दन सिंह सीग्रीवाल जहां जीत की हैट्रिक लगाने के लिए इस भीषण गर्मी में दिन-रात पसीने बहा रहे है. वहीं महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मोतिहारी संसदीय क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश प्रसाद सिंह उम्मीदवार हैं. 32 वर्षीय आकाश प्रसाद सिंह महाराजगंज में अपनी जीत का खाता खोलने के लिए प्रयासरत है. हालांकि इन दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में चुनाव की ताल ठोंकने वाले कुछ कद्दावर निर्दलीय प्रत्याशी मुश्किल खड़ा कर सकते हैं. इनमें पूर्व में भाजपा में रहे व वर्तमान एमएलसी इं सच्चिदानंद राय तथा महाराजगंज के चार बार सांसद रहे प्रभुनाथ सिंह के पुत्र व गत 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी सीग्रीवाल से पराजित होने के बाद बागी उम्मीदवार के रूप में ताल ठोंकने की तैयारी में लगे पूर्व विधायक रणधीर कुमार शामिल है. जिनकी संसदीय क्षेत्र में बेहतर पकड़ है, वहीं उनके चाचा व प्रभुनाथ सिंह के अनुज व राजद विधायक केदारनाथ सिंह भी अपने भतीजे के लिए राजद से बगावत की मुद्रा में दिख रहे हैं. यही नहीं तीन बार एमएलए रहे व हत्या के मामले में दोषी करार दिये गये पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह की पत्नी शोभा देवी के भी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी के बाद एनडीए तथा महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए दोनों गठबंधनों के बागी उम्मीदवार सिरदर्द साबित हो सकते हैं.
सारण तथा सीवान जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों वाले महाराजगंज से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने दर्ज की थी जीत
सारण के चार तथा सीवान के दो विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बने इस महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस, जनता पार्टी एवं बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में कभी भूमिहार, कभी राजपूत उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. बिहार के दूसरे चितौड़गढ़ के रूप में चर्चित इस संसदीय क्षेत्र में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने भी चुनाव लड़ने के बाद आम जनों के सहयोग से भारी मतों से जीत दर्ज की थी. हालांकि बलिया एवं महाराजगंज दोनों क्षेत्रों से जीतने के बाद चंद्रशेखर द्वारा महाराजगंज संसदीय क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया गया था. जिसके बाद रामबहादुर सिंह उक्त चुनाव में विजयी हुए थे. लंबे समय के बाद महागठबंधन की रणनीति के तहत ही महागठबंधन के नेता लालू प्रसाद यादव आदि के द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे को उम्मीदवार बनाया गया है. ऐसी स्थिति में इस बार एनडीए एवं महागठबंधन के उम्मीदवारों के बीच बागी उम्मीदवार परेशानी का कारण बन सकते है.
महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में मतदाता एक नजर में
एकमा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 311341
मांझी विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 310342बनियापुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 330599
तरैया विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 315696महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 316808
गोरेयाकोठी विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता – 342191