सारण में फिर डराने लगा गंडक का बढ़ता जलस्तर, निचले इलाकों में फैला बाढ़ का पानी

वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में शुक्रवार को करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जिसके परिणाम स्वरूप रविवार को सारण जिले के कई इलाकों में गंडक नदी का पानी बढ़ने लगा है

By Anand Shekhar | July 14, 2024 5:48 PM

Bihar Flood: पिछले तीन दिनों से गंडक नदी के जलस्तर में कमी के बाद एक बार फिर से बढ़ते जलस्तर ने सारण तटबंध के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. एक सप्ताह पहले बाढ़ की आशंका से डरे पृथ्वीपुर, सोनवर्षा, बसहिया, रामपुररुद्र आदि गांवों के निवासी जलस्तर में कमी होने से राहत महसूस कर रहे थे, लेकिन गंडक के बढ़ते जलस्तर ने फिर से उनकी चिंता बढ़ा दी है. सारण तटबंध के निचले इलाकों के ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह पहले आए पानी से इस बार पानी में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है, जिसके कारण बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गई है.

तटबंध की लगातार निगरानी की जा रही

जल संसाधन विभाग के एसडीओ कमलेश कुमार ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज किए गए पानी के स्तर में वृद्धि के बाद रविवार से इसमें फिर कमी आई है, जिससे अगले 24 घंटे के बाद जलस्तर में कमी आने लगेगी. उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सारण तटबंध की लगातार निगरानी की जा रही है. लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

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कई बस्तियों में फैल रहा पानी

शुक्रवार को वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिसके बाद तरैया थाना क्षेत्र के सारण तटबंध के पूर्वी भाग में दियारा क्षेत्र में स्थित सगुनी, शामपुर, जिमदाहा, अरदेवा, शीतलपुर, बनिया हसनपुर, चंचलिया बिंद टोली, साव बस्ती में पानी काफी तेजी से फैल रहा है.

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चंचलिया बस्ती में पानी से घिरा 70 लोगों का घर

गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण चंचलिया दियारा क्षेत्र में स्थित चंचलिया मुखिया नंदकिशोर साह और उनकी बस्ती के करीब 70 लोगों का घर चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. गंडक में जब भी उफान या बाढ़ आती है, तो सबसे पहले तरैया प्रखंड के चंचलिया दियारा में रहने वाले लोग प्रभावित होते हैं. चंचलिया मुखिया नंदकिशोर साह, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि तुलसी बिंद ने बताया कि यह नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी का असर है. उक्त पानी दो से ढाई दिन में फिर उतर जाता है. इससे पहले 8 जुलाई को गंडक के बढ़ते जलस्तर के कारण बिंद टोली और साव बस्ती तक पानी पहुंच गया था, लेकिन अगले दिन पानी उतर गया था.

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सहस्त्रचंडी महायज्ञ मंडप के आसपास भर गया पानी

गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण रविवार को तरैया में सहस्त्रचंडी महायज्ञ स्थल जाने वाली सड़क पर गंडक नदी का पानी चढ़ गया है. पानी ने महायज्ञ मंडप, पूजा पंडालों और प्रवचन मंच को चारों तरफ से घेर लिया है. महायज्ञ में शामिल होने आए दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर यज्ञ स्थल से जाने लगे हैं. वहीं सहस्त्रचंडी महायज्ञ में मनोरंजन के लिए झूला, ब्रेक डांस आदि की दुकानों में भी पानी घुस गया है. झूला और ब्रेक डांस विक्रेता अपना सामान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं यज्ञ समिति के सदस्य कह रहे हैं कि दो से ढाई दिन में पानी निकल जाएगा. इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है.

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