छपरा. आप यदि छपरा शहर के निवासी हैं और आए दिन ऑटो या इ-रिक्शा वालों के बेतरतीब परिचालन से परेशान है, तो जल्द ही इससे मुक्ति मिलेगी. जिलाधिकारी ने इसके लिए पहल शुरू कर दी है. जानकारी हो कि विभिन्न मार्गों में ऑटो या इ-रिक्शा के अनियंत्रित परिचालन के कारण आमलोगों को आये दिन ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है.
रूट के अनुसार ऑटो या इ-रिक्शा के संख्या का होगा निर्धारण
अब विभिन्न चिह्नित रुट पर क्षमता व आवश्यकता के अनुरूप ऑटो या इ-रिक्शा की संख्या निर्धारित की जायेगी. इस उद्देश्य से जिलाधिकारी ने पुलिस उपाधीक्षक यातायात व परिवहन विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई और निर्णय लिया गया कि छपरा शहर के लोगों को इस समस्या से निजात दिलाना है तो इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे.
चार दिनों में ट्रैफिक लोड का होगा आकलन, फिर रूट के अनुसार लिया जाएगा आवेदन
सभी पूर्व से चिह्नित रुट पर वर्त्तमान ट्रैफिक लोड एवं क्षमता का आकलन चार दिनों में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. लोड या क्षमता का आकलन होने के उपरांत विभिन्न रूट पर परिचालन के लिए आवेदन आमंत्रित किया जायेगा. प्राप्त आवेदन के आधार पर विभिन्न रूट के लिये निर्धारित संख्या में ऑटो या इ-रिक्शा के परिचालन की अनुमति दी जायेगी.15 सौ से अधिक है ऑटो और इ-रिक्शा
ऑटो चालक संघ के सदस्यों से बात करने के बाद यह जानकारी मिली कि छपरा में 15 सौ से अधिक ऑटो और इ-रिक्शा है. वर्तमान में लगभग तीन सौ ऑटो है और शेष 12 सौ संख्या में इ-रिक्शा है. पेट्रोल और डीजल की वजह से ऑटो की संख्या कम हो रही है और इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों की संख्या बढ़ रही है. संघ के सदस्य सकल प्रसाद राय के अनुसार यदि रूट का निर्धारण होता है तो सबके लिए बेहतर होगा. ऑटो चालकों के परेशानियों को भी ध्यान में रखना होगा.रिपोर्ट मांगी गयी है
आम लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, ऑटो और इ-रिक्शा चालकों के लिए रूट निर्धारण किया जा रहा है. चार दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी गयी है. इस रिपोर्ट से यह पता चलेगा कि किस रूट में कितना अधिक लोड है
अमन समीर, जिलाधिकारी, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है