छपरा. सारण समेत प्रमंडल के अन्य जिलों को अब लाल बालू मिलने की संभावना नजर आने लगी है. क्योंकि सारण के दक्षिण में स्थित भोजपुर जिले में चार माह के बाद एक बार फिर से 16 अक्टूबर (बुधवार) से बालू का खनन जिले के 29 बालू घाटों पर शुरू हो जाएगा. सोन नदी के बालू घाट से खनन शुरू होने के बाद जिले में बालू के बढ़ते दामों पर जहां एक तरफ रोक लगेगी वहीं दूसरी तरफ आसानी से लोगों को बालू मिलने लगेगा. जानकारी हो की बालू को लेकर सारण में हाय तौबा मचा हुआ है. बालू खनन बंद होने का नाजायज लाभ बालू माफिया ले रहे हैं. ऐसे में जब आसानी से बालू मिलने लगेगा तब बालू माफियाओं पर नकेल कस जायेगी. भोजपुर जिला यानी आरा के सोन नदी से बरसात को देखते हुए पर्यावरणीय स्थिति के कारण 15 जुलाई से लेकर 15 अक्टूबर तक बालू के खनन पर रोक लगायी गयी थी. अब 16 अक्टूबर से बालू खनन शुरू होने के बाद लगातार 15 जुलाई तक बालू का खनन होगा.
सोन के 29 घाटों से आयेगा बालू
भोजपुर जिले के पहले से 28 बालू घाटों से बालू निकासी का कार्य किया जा रहा था, इस बार एक और बालू घाटों को स्वीकृति देते हुए बालू खनन का निर्देश दिया गया है. इस तरह से पूरे भोजपुर जिले में अब 29 बालू घाटों से बालू की निकासी होगी. ऐसे में यहां से आसानी से बालू की खरीदारी हो सकेगी.
खनन से पहले ड्रोन से होगा सर्वे
पहली बार खनन विभाग के नए नियम के अनुसार जिले के सभी बालू ठेकेदारों को यह नोटिस दिया गया है, कि जब तक वह अपने-अपने बालू घाट क्षेत्र का ड्रोन से सर्वे कर पूरी रिपोर्ट नहीं देंगे तब तक 15 अक्टूबर के बाद बालू खनन करने का आदेश विभाग नहीं देगा. इसे देखते हुए सभी को 15 अक्टूबर तक हर हाल में सर्वे रिपोर्ट देने का कड़ा निर्देश दिया गया था. ऐसा नहीं करने पर उनके घाट से बालू खनन में विलंब हो सकता है.विभाग के साथ ठेकेदारों की भी तैयारी
दूसरी तरफ 16 अक्टूबर से बालू खनन को देखते हुए एक तरफ जहां खनन विभाग सभी प्रकार की तैयारी को चुस्त दुरुस्त कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ बालू ठेकेदार भी सभी प्रकार की तैयारी को तेजी से पूरा करने में लगे हुए हैं. सभी लोग एक सप्ताह पहले से ही घाटों की साफ सफाई समेत अन्य कार्यों को तेजी से पूरा कर रहे हैं.
अवैध खनन और परिवहन पर रहेगी नजर
सोन नदी से बुधवार से बालू खनन शुरु होने जा रहा है. इसे देखते हुए अवैध खनन और परिवहन रोकने को सभी कदम उठाएं जा रहें है. एक तरफ बालू घाटों पर सभी नियमों को हर हल पालन कराने के साथ परिवहन में कोई परेशानी ना हो इसे लेकर स्थानीय थाना और ट्रैफिक पुलिस को अलर्ट किया गया है. जल्द ही तीन चेक पोस्ट के अलावे अन्य सीसीटीवी कैमरा को भी चालू करने का कार्य शुरू किया जाएगा. भोजपुर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहा है. सारण प्रशासन ने भी इसे लेकर कमर कस ली है. डीएम और एसपी के संयुक्त आदेश पर स्थानीय थाना और पदाधिकारी ने चौकसी बढ़ा दी है.सारण में नहीं है लाल बालू के घाट, चार जगह से होगी उजले बालू की खनन
लाल बालू के मामले में सारण प्रमंडल पूरी तरह से भोजपुर जिला पर निर्भर है. सारण में एक भी लाल बालू का घाट नहीं है. यहां उजले बालू के लिए टेंडर हुआ है और इसके लिए चार जगह से खनन के लिए स्वीकृति मिली है जिन चार जगह से खनन होगी उनमें घेघता, तेलपा, डोरीगंज और पहलेजा घाट शामिल है.
क्या कहते हैं जिला खनन पदाधिकारी
बालू के खनन और परिवहन हर हाल में नियम के तहत करना होगा. सारण में कोई भी वहां बालू लेकर प्रवेश करेगा तो उसके कागजातों की जांच होगी. यह देखा जाएगा की नियम के तहत बालू की खरीद हुई है कि नहीं. जिलाधिकारी के आदेश पर पूरी टीम मुस्तैद है.लाल बिहारी प्रसाद सिंहजिला खनन पदाधिकारी, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है