छपरा. नगर निगम क्षेत्र में स्थित सरकारी बाजार के 700 से अधिक दुकानदार इस बात को लेकर टेंशन में हैं कि कब इस मल्टीप्लेक्स का निर्माण होगा, जिससे उनकी जीविका चल सकेगी. छह महीने पहले इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बड़े जोरशोर से कवायद शुरू हुई थी, लेकिन यह मामला अब ठंडे बस्ते में पड़ गया है. दुकानदारों का कहना है कि जितना ही देरी होगी, उतना ही परेशानी होगी. ऐसे में नगर निगम को चाहिए कि जल्द से जल्द मल्टीप्लेक्स का निर्माण करा कर दुकानदारों को सौंप दें. वैसे नगर निगम के अधिकारियों की सुस्ती से ऐसा लग रहा है कि आने वाले 2025 तक इस मल्टीप्लेक्स का निर्माण नहीं हो पायेगा. पहले इस कारण से किया गया विलंब : 2023 के दिसंबर में प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाना था लेकिन प्रोजेक्ट को थोड़ा और बेहतर करने के नाम पर समय लिया गया और अब इस प्रोजेक्ट में जी प्लस छह मार्केट के साथ ही मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल शामिल कर दिया गया. यानी छपरा शहर का यह एकमात्र मार्केट होगा. जहां पर सात सौ दुकान और मल्टीप्लेक्स भी होगा. लेकिन सवाल यह उठता है कि डेट पर डेट नगर निगम के महापौर द्वारा दिया जा रहा है. ऐसे में दुकानदारों का टेंशन बढ़ता जा रहा है. एजेंसी को कार्य में तेजी लाने का दिया गया था आदेश : निर्माण एजेंसी भव्या ग्रुप को पूर्व नगर आयुक्त ने निर्माण कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया था. नगर आयुक्त ने सरकारी बाजार में 700 दुकानों वाले जी प्लस 6 मार्केट और मल्टीप्लेक्स बनाने के कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया था. लेकिन, अभी तक कुछ भी नहीं हो पाया है. केवल आउटर लाइनिंग का काम हुआ है. प्रोजेक्ट में यह भी है शामिल : शहर के सरकारी बाजार में प्रस्तावित मल्टीप्लेक्स में सिनेमा हॉल कैफिटेरिया का भी निर्माण होना है. छपरा नगर निगम द्वारा प्रस्तावित इस मॉल में 700 से भी अधिक दुकानें बनायी जायेंगी. इसके अलावा यहां कैफिटेरिया, अंडरग्राउंड पार्किंग के साथ इसमें सिनेमा हॉल भी बनाया जायेगा. यह अपने आप में एक नया कॉन्सेप्ट होगा. मॉल में दो प्रवेश द्वार होंगे. लेकिन यह तब संभव है, जब इसको लेकर अधिकारी सजग हो जाएं और कार्य में तेजी लाएं. क्या है वर्तमान स्थिति : अभी तक की स्थिति के बारे में जो पता चला है, उसके अनुसार मल्टीप्लेक्स निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार कर ली गयी है. लगभग 80 करोड़ की लागत से मल्टीप्लेक्स बनाने का प्रपोजल दिया गया है. नगर विकास विभाग से कार्यपालक अभियंता की नियुक्ति हो जाने के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आने की बात कही जा रही है. दुकानदार अमित कुमार का कहना है कि जिस रफ्तार से कार्य हो रहा है, ऐसे में लग रहा है कि यह 2027 तक पूरा नहीं होगा. दुकानदार शकील अंसारी का कहना है कि हम गरीबों के लिए तो यही मार्केट था. अब इसकी जगह पर मल्टीप्लेक्स बनाने की बात हो रही है, तो न ही यह मल्टीप्लेक्स बन रहा है और न ही हमें काम करने दिया जा रहा है. इधर, महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि डीपीआर तैयार हो चुकी है. लगभग 80 करोड़ की लागत आ रही है. कार्यपालक अभियंता का पद खाली होने की वजह से निर्माण कार्य पेंडिंग में है. इस मसले पर नगर विकास विभाग से बात की गयी है. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा.
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