saran news : कब गंडक नदी का पानी कर दे आघात, दहशत में कट रही है रात
saran news : सारण जिले के गंडक नदी के तटीय इलाकों में स्थित प्रखंडों में रहने वाले लोग दहशत में हैं. डर का सबसे बड़ा कारण यह है कि गंडक नदी का पानी कभी भी आघात कर सकता है और पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले सकता है. रात की नींद हराम है, दिन का चैन भी छिन गया है. क्योंकि उन्हें सूचना है कि अभी नेपाल द्वारा छोड़ा गया पानी पूरी तरह से इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा है. पहुंचेगा तो तबाही मचायेगा.
छपरा. सारण जिले के गंडक नदी के तटीय इलाकों में स्थित प्रखंडों में रहने वाले लोग दहशत में हैं. डर का सबसे बड़ा कारण यह है कि गंडक नदी का पानी कभी भी आघात कर सकता है और पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले सकता है. रात की नींद हराम है, दिन का चैन भी छिन गया है. क्योंकि उन्हें सूचना है कि अभी नेपाल द्वारा छोड़ा गया पानी पूरी तरह से इस क्षेत्र में नहीं पहुंचा है. पहुंचेगा तो तबाही मचायेगा. रविवार को दोपहर में भी नेपाल द्वारा 2 लाख 15708 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जबकि, गंडक बराज द्वारा टोटल 388000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके पहले शनिवार और रविवार को चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था. लेकिन, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार अब यह कम होता जायेगा. इसलिए डरने की जरूरत नहीं है. डीएम ने किया गंडक तटीय क्षेत्र का दौरा : जिलाधिकारी अमन समीर ने रविवार को गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के परिप्रेक्ष्य में मकेर, अमनौर, तरैया तथा पानापुर अंचल के सारण तटबंध अवस्थित सभी निचले क्षेत्रों की पंचायतों का स्थलीय निरीक्षण किया. गंडक नदी के विभिन्न क्षेत्रांतर्गत जल स्तर में वृद्धि का मुआयना किया गया तथा उक्त क्षेत्रांतर्गत सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों तथा थानाध्यक्षों को आज रात्रि में पूरी तरह से अलर्ट रहने तथा तटबंध पर व निचले क्षेत्रों में लगातार गश्ती करने का निदेश दिया गया. साथ ही किसी भी आकस्मिक परिस्थिति उत्पन्न होने पर अविलंब त्वरित रूप से आवश्यक सुरक्षात्मक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया. सुरक्षा के किये गये पुख्ता इंतजाम : निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रमंडल सारण को निदेश दिया गया कि सारण तटबंध के सभी निचले क्षेत्रों के आक्राम्य स्थलों पर निश्चित रूप से पर्याप्त मात्रा में जियो बैग तथा कटाव निरोधी सामग्री उपलब्ध रखते हुए आज रात्रि भर सारण तटबंध का लगातार निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे तथा किसी भी क्षेत्र में कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर त्वरित रूप से जिला प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन को उसकी सूचना देते हुए अविलंब आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. शनिवार की रात की स्थिति : वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शनिवार की रात्रि 12:00 बजे 6 लाख क्यूसेक से भी अधिक वाटर डिस्चार्ज की किया गया था. यह पानी 29 सितंबर को सारण जिला क्षेत्र में धीरे-धीरे पहुंचा. अभी और पानी आने की संभावना है. ऐसे में गंडक नदी बेसिन क्षेत्र के सभी सीमावर्ती प्रखंडो पानापुर, तरैया, मकेर, परसा, सोनपुर आदि को हाइअलर्ट पर रखा गया है. सभी नदियों के जल स्तर में हल्की वृद्धि : जिले की सभी नदियों के जल स्तर में कुछ सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है. यानी कि गंडक के अलावा अन्य नदियों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. ऐसे में स्पष्ट कहा जा सकता है कि अन्य नदियों के आसपास के तटीय इलाके में रहने वाले लोग भी अलर्ट मोड में रहें. हालांकि बहुत ज्यादा जल स्तर बढ़ने की संभावना नहीं है फिर भी अलर्ट मोड में रहने की आवश्यकता है. नेपाल में हुई अधिक बारिश से हो रही परेशानी : बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने कहा कि नेपाल में हुई अधिक बारिश के कारण परेशानी हो रही है. लेकिन अब स्थिति समान हो जाएगी क्योंकि आप जो पानी छोड़ा जा रहा है, वह कम होता जा रहा है. जिलाधिकारी के निर्देश पर निरंतर सभी नदियों की मॉनीटरिंग की जा रही है. रात भर की जायेगी पेट्रोलिंग : डीएम अमन समीर ने कहा कि गंडक नदी के तटीय क्षेत्र का दौरा किया गया है. सभी पदाधिकारी और बाढ़ नियंत्रण विभाग के इंजीनियरों को आदेश दिया गया है कि रात भर पेट्रोलिंग करेंगे और किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तैयारी रखेंगे. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है प्रशासन उनके साथ है.
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