तिलौथू के छात्रों ने इसरो के नामचीन वैज्ञानिकों से सीखे अंतरिक्ष के गुर

स्थानीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने एक माह पूर्व स्पेस अकादमी द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी. उन्हीं छात्रों को विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मैकू राम के नेतृत्व में अहमदाबाद स्थित इसरो के एप्लीकेशन सेंटर में दो दिवसीय शैक्षिक दौरे पर ले जाया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 24, 2024 10:09 PM
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तिलौथू. स्थानीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने एक माह पूर्व स्पेस अकादमी द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी. उन्हीं छात्रों को विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मैकू राम के नेतृत्व में अहमदाबाद स्थित इसरो के एप्लीकेशन सेंटर में दो दिवसीय शैक्षिक दौरे पर ले जाया गया है. प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि बिहार के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रतिभाशाली छात्रों ने 21-22 सितंबर को इसरो के अहमदाबाद स्थित स्पेस एप्लिकेशन सेंटर का प्रेरणादायक दो दिवसीय शैक्षिक दौरा किया. यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला बिहार का पहला सरकारी विद्यालय है. उत्तर प्रदेश स्थित व्योमिका स्पेस अकादमी और रोहतास जिला प्रशासन द्वारा स्थापित की गयी बिहार की सबसे पहली अंतरिक्ष शिक्षा प्रयोगशाला के माध्यम से यह पहल बिहार के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी की समझ को समृद्ध करने के उद्देश्य से की गयी है. इस दौरे में कक्षा 9 और 10 के पांच होनहार विद्यार्थी सौम्या कुमारी, सिमोन कुमारी, शिवानी कुमारी, सुजेता कुमारी व विक्की कुमार के साथ विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मैकू राम ने भी भाग लिया है.

औरंगाबाद के इसरो गगनयान मिशन वैज्ञानिक से जानी उपग्रह प्रौद्योगिकी

प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि कार्यक्रम में इसरो के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक एवं निदेशक नीलेश देसाई के द्वारा जानकारीपूर्ण सत्र, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के इंटरैक्टिव प्रदर्शन और सेंटर की सुविधाओं का मार्गदर्शित दौरा कराया गया. स्पेस एप्लिकेशन सेंटर में अपने समय के दौरान छात्रों ने बिहार के औरंगाबाद जिले के इसरो गगनयान मिशन वैज्ञानिक दीपक सिंह से उपग्रह प्रौद्योगिकी, मौसम पूर्वानुमान और कृषि योजना में इसरो की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में सीखा. छात्रों ने हाथों-हाथ गतिविधियों में भाग लिया, जिससे उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान के नवोन्मेषी अनुप्रयोगों को प्रत्यक्ष देखने का अवसर मिला. रोहतास जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय ने कहा है कि हमारे छात्रों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अत्यधिक रुचि दिखायी है. यह दौरा न केवल उनके ज्ञान को बढ़ाता है, बल्कि उन्हें अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी से संबंधित क्षेत्रों में करियर पर विचार करने के लिए भी प्रेरित करता है. दौरे का मुख्य आकर्षण इसरो के माइक्रोवेव रिमोट सेंसर एरिया और प्लेनेटरी सिमुलेशन एंड इमर्सिव विज़ुअलाइज़ेशन लैब रहे. जहां छात्रों ने इसरो के प्रमुख वैज्ञानिकों से चंद्रयान, मंगलयान और आदित्य एल वन जैसे विश्व विख्यात मिशंस की टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी प्राप्त की. इस अनुभव ने न केवल उनके दृष्टिकोण को विस्तारित किया, बल्कि वैज्ञानिक जांच के प्रति उनके उत्साह को भी जागृत किया.

इसरो के कीर्तिमानों को साक्षात देखा

विद्यालय की प्रतिभागी छात्रा सौम्या कुमारी ने कहा कि यह अनुभव वास्तव में आंखें खोलने वाला था. इसरो के कीर्तिमानों को साक्षात देखना और वहां के महान वैज्ञानिकों से सीखना मुझे अंतरिक्ष विज्ञान में कैरियर बनाने के लिए प्रेरित करता है. जिले के शिक्षा विभाग के इस अनूठी उपलब्धि को देखते हुए रोहतास एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद ने इसरो की विश्व प्रसिद्ध उपलब्धियों और उनके महान वैज्ञानिकों के सम्मान में अगले महीने आने वाले अब्दुल कलम जयंती यानी 15 अक्तूबर को एक भव्य अंतरिक्ष शिक्षा मेले का आयोजन करने का प्रस्ताव रखा है. प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस मेले में कई इसरो वैज्ञानिक और बिहार के विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया जायेगा.

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