सूर्योपासना : नहाय-खाय आज, छठव्रती बनायेंगे कद्दू-भात का प्रसाद
चैती छठ व्रत का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. इसके तहत 12 अप्रैल को नहाय-खाय, 13 अप्रैल को खरना, 14 अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ तथा 15 अप्रैल को उदीयमान सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत के अनुष्ठान को लेकर हजारों की संख्या में छठव्रती अपने-अपने स्तर से प्रथम दिन नहाय-खाय की तैयारियों में लगे दिखे.
छपरा (सदर). चैती छठ व्रत का चार दिवसीय अनुष्ठान शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. इसके तहत 12 अप्रैल को नहाय-खाय, 13 अप्रैल को खरना, 14 अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ तथा 15 अप्रैल को उदीयमान सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत के अनुष्ठान को लेकर हजारों की संख्या में छठव्रती अपने-अपने स्तर से प्रथम दिन नहाय-खाय की तैयारियों में लगे दिखे. छठव्रतियों का कहना है कि भीषण गर्मी के बावजूद वे इस पर्व की तैयारी में लगे हुए हैं, जिसके तहत छठव्रत का प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं को धोकर सुखाने, चूल्हा तैयार करने का कार्य कर रहे हैं. इसके अलावा नहाय-खाय के दिन विभिन्न नदी घाटों पर स्नान की भी तैयारी में छठव्रती लगे हैं. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा भी छठव्रत को लेकर जिले के विभिन्न नदी घाटों का मुआयना करने तथा खतरनाक नदी घाटों को चिह्नित करने एवं छठव्रतियों या अन्य लोगों को जाने से रोकने की व्यवस्था का निर्देश डीएम अमन समीर व पुलिस अधीक्षक द्वारा स्थानीय पदाधिकारी को दिया गया है. चार दिवसीय अनुष्ठान के प्रथम दिन नहाय-खाय को लेकर छठव्रतियों द्वारा प्रथम प्रसाद के रूप में चावल, कद्दू की सब्जी या अन्य प्रसाद की तैयारी की जा रही है. बाजारों में भी राज्य एवं राज्य के बाहर से बड़ी मात्रा में कद्दू वाहनों से थोक मंडियों में पहुंचने के साथ ही खुदरा व्यापारी व आम जन भी खरीदते दिखे. कद्दू की मांग ज्यादा होने के कारण 20 से 25 रुपये प्रति किलो के अनुमान से कद्दू की बिक्री की सूचना है. यही नहीं, बाजारों में अन्य फल यथा अनानास, केला, सूथनी, कच्ची हल्दी, नींबू, सेव आदि विभिन्न फल बड़े पैमाने पर व्यवसायियों द्वारा बिक्री के लिए लाये गये हैं, जिससे बाजारों में छठ को लेकर चहल-पहल देखी जा रही है. मंडल कारा में भी हर वर्ष की भांति 10 महिला बंदी चार दिवसीय सूर्य षष्ठी व्रत का अनुष्ठान कर रही हैं. इसको लेकर काराधीक्षक राधेश्याम सुमन की देखरेख में कारा के पदाधिकारी छठव्रतियों को विभागीय नियमानुसार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दे चुके हैं. छठव्रती महिलाओं के पारंपरिक गीतों के गायन से मंडल कारा का वातावरण भक्तिमय हो गया है. वहीं, वैसे बंदी चाहे पुरुष हों या महिला छठ नहीं भी कर रहे हैं, तो छठ व्रतधारी महिलाओं को पूरी तरह सहयोग करने यथा प्रसाद की तैयारी छठ घाट के निर्माण आदि सहयोग में लगे हुए हैं.