छपरा. शहर में अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जायेगा. नगर निगम द्वारा इसके लिए एक टास्क फोर्स का गठन होगा. जिसमें 40 अधिकारी व कर्मियों की टीम मौजूद रहेगी. जिनके द्वारा अतिक्रमण वाले इलाकों में जाकर कार्रवाई की जायेगी. जनवरी से पहले 50 से अधिक जगहों पर अतिक्रमण हटाया जायेगा. इन सभी स्थलों को चिन्हित भी कर लिया गया है. मेयर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने बताया कि हाल ही में आयोजित नगर निगम की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया है. उन्हें बताया कि शहर में अतिक्रमण के कारण आये दिन जाम की समस्या खड़ी हो रही है. पूर्व में भी कई बार कार्रवाई हुई है. कई वैसे दुकानदार जिन्हें पहले नोटिस दिया गया था. लेकिन उसके बावजूद भी वह अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं. अब उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. उधर नगर आयुक्त ने भी अगले सप्ताह से शहर में फिर से अतिक्रमण के खिलाफ महा अभियान चलाये जाने को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. शहर के थाना चौक, साहेबगंज, मौना, सरकारी बाजार, सांढा, भगवान बाजार आदि इलाकों में सड़क पर अतिक्रमण कर लिया गया है. कई जगहों पर तो दुकानदारों ने स्थायी निर्माण भी कर लिया है. उन सभी दुकानदारों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू की जायेगी. पहले दुकानदारों को नोटिस दिया जायेगा. नोटिस मिलने के एक सप्ताह के बाद भी अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया. तो कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला जायेगा.
पॉलीथिन इस्तेमाल कर रहे दुकानों में होगी छापेमारी
टास्क फोर्स द्वारा बाजारों में वैसे दुकानदारों को भी चिन्हित किया जा रहा है. जहां अभी भी पॉलिथीन का इस्तेमाल हो रहा है. इन दुकानों में भी टीम पहुंचकर छापेमारी करेगी तथा जुर्माना भी वसूला जायेगा. विदित हो कि गत छह माह से पॉलिथीन के इस्तेमाल पर रोक लगाने को लेकर किसी तरह का कोई अभियान नहीं चलाया गया है. ऐसे में फिर से बाजारों में धड़ल्ले से पॉलिथीन उपलब्ध हो रहा है. शहर के सब्जी मंडी, किराना मंडी आदि में धड़ल्ले से पॉलिथीन इस्तेमाल किया जा रहा है. लोगों में जागरूकता भी की कमी है.सरकारी बाजार से मौना के बीच अतिक्रमण से परेशानी
इस समय शहर के कई प्रमुख बाजारों में अतिक्रमण है. खासकर शहर के मौना चौक से सरकारी बाजार होते हुए पोस्ट ऑफिस तक की रोड में 40 फुट से अधिक चौड़े सड़क पर 30 फुट से अधिक के दायरे में दुकान लगायी जाती है. स्थायी दुकानदारों ने तो सड़क पर आगे बढ़कर आठ से 10 फुट तक अतिक्रमण कर लिया है. वहीं मौना चौक से तीनकोनिया मोड़ तक के बीच अतिक्रमण के कारण इस समय पैदल चलना भी मुश्किल है. दिन के समय इस रूट चार पहिया वाहनों का प्रवेश अतिक्रमण के कारण बंद हो जाता है. जिससे इन इलाकों के आसपास के रिहायशी मुहल्ले में रहने वाले लोगों को काफी कठिनाई होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है