वैकल्पिक व्यवस्था किये बगैर विभाग ने बंद कर दिया साइफन
स्थानीय महाराजगंज- एकमा शाखा की गंडक नहर के बांध में रिसाव होने से एक प्रमुख साइफन को विभाग ने बंद कर दिया है. जिससे करीब आधा दर्जन गावों के सैकड़ों एकड़ धान की फसल अब सुखने लगे हैं.
रसूलपुर(एकमा) . स्थानीय महाराजगंज- एकमा शाखा की गंडक नहर के बांध में रिसाव होने से एक प्रमुख साइफन को विभाग ने बंद कर दिया है. जिससे करीब आधा दर्जन गावों के सैकड़ों एकड़ धान की फसल अब सुखने लगे हैं. साईफन बंद करने के बाद मात्र छह ईंच का एक पाइप विभाग ने लगा दिया है. जिससे पर्याप्त पानी खेतों में नहीं जा रहा है. इस संबंध में जब किसानों ने शिकायत कि तो मोटा और चौड़ा पाइप किसानों से हीं खरीद कर लाने का विभाग दबाव बनाने लगा. जिससे किसानों में विभाग के प्रति गहरा आक्रोश है. बताया जाता है कि गंडक नहर बांध में रिसाव व कटाव आने लगा तो माधोपुर गांव के एक साइफन को विभाग ने बंद कर दिया. साइफन बंद होने से धान के खेतों को पानी मिलना बंद हो गया और परिणामतः क्षेत्र के प्रभावित माधोपुर, मुकुंदपुर, बनवारी अमनौर, जामनी अमनौर, रीठ, हुस्सेपुर आदि गांवों के खेतों में लगी सैकड़ों एकड़ लहलहाती धान की फसल अब सुखने लगे हैं. किसान अनिल उपाध्याय, रामबहादूर यादव, श्यामबहादूर यादव, हंसनाथ चौबे आदि ने बताया कि बिना पर्याप्त वैकल्पिक व्यवस्था किये हीं विभाग ने साईफन को बंद कर दिया है और पर्याप्त वर्षा भी नहीं हो रही है जिससे किसानों के धान की फसल अब सुखने की तैयारी में है. इस संबंध में गंडक नहर एकमा के जेई फैयाज आलम ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत छह इंच का पाईप लगाया गया है, वहीं किसानों का कहना है कि छह इंच का पाईप धान खी खेतों तक पर्याप्त पानी पहुंचाने में नाकाफी साबित हो रहा है. उससे पर्याप्त पानी नहर से नहीं आ पा रहा है. किसानों का कहना है कि गंडक विभाग को वे ससमय लगान भरते हैं फिर भी उनकी शिकायतें विभाग द्वारा नहीं सुनी जा रही हैं.
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