लॉकडाउन में टूट रहीं लक्ष्मण रेखाएं, कैसे जीतेंगे जंग
छपरा : शहर से लेकर गांव तक लॉकडाउन है. घरों की चारदीवारी ही इस समय सबसे सुरक्षित स्थान है. हालांकि लॉकडाउन के बीच भी शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंस के मापदंडों की धज्जियां उड़ाती तसवीरें सामने आ रही हैं. शहर के थोक मंडियों में लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों को नजरअंदाज किया […]
छपरा : शहर से लेकर गांव तक लॉकडाउन है. घरों की चारदीवारी ही इस समय सबसे सुरक्षित स्थान है. हालांकि लॉकडाउन के बीच भी शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंस के मापदंडों की धज्जियां उड़ाती तसवीरें सामने आ रही हैं. शहर के थोक मंडियों में लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों को नजरअंदाज किया जा रहा है. वहीं घर से जरूरी काम के लिए निकले कई लोग जानबूझकर लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. एहतियात के तौर पर चौक-चौराहों पर पुलिसकर्मी मौजूद तो हैं लेकिन लोगों के पास घर से बाहर निकलने के दस बहाने हैं. जो इन पुलिसकर्मियों को भी बेबस कर दे रहे हैं. कोई मानवीय संवेदनाओं की दुहाई देते नजर आ रहा है तो कोई पुलिसकर्मियों के सामने गिड़गिड़ा कर एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने की फिराक में लगा हुआ है. ऐसे में जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है. हालांकि प्रशासन द्वारा कई मामलों में सख्ती भी की जा रही है.
उसके बावजूद इस विषम परिस्थिति में लोगों का पूर्ण समर्थन नहीं मिल पाने से कोरोना के खिलाफ जिलावासियों की जंग कमजोर पड़ती नजर आ रही है. बाजार समिति में टूट रही सभी पाबंदियां शहर के खुदरा मंडियों में तो व्यवसायियों व खरीदारों में जागरूकता दिख रही है. लेकिन बाजार समिति स्थित थोक सब्जी व फल की मंडियों में लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के मापदंडों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यहां रोजाना सभी पाबंदियां तोड़कर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. सब्जी फल व अन्य जरूरी सामान की खरीदारी के लिए यहां सिर्फ थोक विक्रेताओं को ही आना है लेकिन रोजाना बड़ी संख्या में खुदरा सामानों की खरीदार यहां पहुंच रहे हैं. सामान की खरीदारी करते समय एक दूसरे से दूरी नहीं बरती जा रही है. कई दुकानों पर तो लोगों की काफी भीड़ दिख रही है. लोग धक्का-मुक्की कर सामान खरीदते नजर आ रहे हैं. हालांकि बीच-बीच में सदर सीओ व मुफस्सिल थाना के पुलिसकर्मी यहां आकर दुकानदारों व ग्राहकों को चेतावनी देते हैं लेकिन उनके चले जाने के बाद फिर से स्थिति पहले जैसी ही हो जाती है.बैंकों से रुपये निकालते समय भी नहीं बरत रहे सावधानी विभिन्न बैंकों व ग्राहक सेवा केंद्र से इन दिनों रुपये निकालने के लिए लोगों की ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है. खासकर शहरी व ग्रामीण इलाकों के सीएसपी केंद्रों पर सरकार द्वारा खाते में भेजी गयी सहायता राशि को निकालने की जद्दोजहद करते लोग नजर आ रहे हैं.
हालांकि रुपये निकालने के समय बैंक आये लोग बैंक परिसर के अंदर तो सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कर रहे हैं लेकिन परिसर के बाहर लग रही लंबी कतारें चिंता की लकीरें खींच रही हैं. शहर के कई प्रमुख इलाकों में बैंक व ग्राहक सेवा केंद्र के सामने रोजाना लंबी कतार दिख रही है. यहां पर लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर भी खड़े नहीं हो रहे हैं. हालांकि कुछ बैंकों ने एहतियात के तौर पर बैंक परिसर के बाहर थोड़ी-थोड़ी दूरी बनाकर मार्किंग भी की है. लेकिन लोग उस मार्किंग में खड़े नहीं होकर एक दूसरे से काफी नजदीक ही खड़े दिख रहे हैं. ऐसे में बैंक की सुरक्षा में लगे गार्ड व पुलिसकर्मियों को भी डिस्टेंस मेंटेन कराने में पसीने छूट जा रहे हैं. कई बाजारों में पुलिस ने दिखायी सख्ती भगवान बाजार व नगर थाना क्षेत्र की पुलिस शहर में लॉकडाउन के दौरान काफी सख्त नजर आ रही है. सारण एसपी हर किशोर राय ने पूर्व में ही जिले के सभी थानों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. शहरी क्षेत्र के बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग न टूटे जिसे लेकर सुबह से ही पुलिसकर्मी गश्ती कर रहे हैं. शुक्रवार को शहर के व्यस्ततम सरकारी बाजार व मौना चौक बाजार में दर्जनों पुलिसकर्मी पैदल मार्च करते हुए दुकानदारों को एहतियात बरतने की अपील कर रहे थे. जो लोग जानबूझकर घरों से बाहर निकले थे उन पर डंडे भी बरसाये गये. पुलिसकर्मियों का कहना था कि बार-बार उनके द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है.