छपरा/सोनपुर. विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला खट्टी मीठी यादों के साथ शनिवार 14 दिसंबर को सरकारी स्तर पर समाप्त हो जायेगा. पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन समापन सत्र को यादगार बनाने की तैयारी में जुट गया है. पर्यटन सह उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. समापन सत्र में विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी में से बेहतर प्रदर्शनी लगाने व लोगों को जागरूक करने में अव्वल रहने वाले स्टॉल को पुरस्कृत भी किया जायेगा.समापन सत्र में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा. कलाकारों की लिस्ट भी फाइनल की जा रही है. राजस्व विभाग द्वारा भी इस बार मेले में हुए कारोबार व प्राप्त राजस्व की जानकारी दी जायेगी. गत वर्ष मेले में 80 से 90 करोड़ के बीच कारोबार बताया गया था. इस बार भी 70 से 80 करोड़ के आसपास के कारोबार के होने की उम्मीद जतायी जा रही है. हालांकि अभी भी दो दिन शेष हैं. सरकारी स्तर पर मेला समाप्त होने के बाद भी चार-पांच दिनों तक कुछ स्थानीय दुकानदार मेला परिसर में बने रहते हैं. खासकर उलेन बाजार व लकड़ी बाजार आदि में मेला समाप्त होने के 10 दिन बाद तक भीड़ रहती है. स्थानीय लोग उलेन बाजार तथा लकड़ी बाजार में आकर दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक खरीदारी करते हैं. कई दुकानदार तो अभी से ही सामानों को समेटना शुरू कर चुके हैं. घोड़ा लेकर आये व्यापारी अब लौट रहे हैं. वहीं अधिकतर किसान अपनी गायों को लेकर भी जा चुके हैं. हालांकि इस बार मेला में काफी भीड़ आ रही है. गुरुवार को भी मेला में एक लाख से अधिक लोग पहुंचे. खास कर दोपहर दो बजे के बाद भीड़ बढ़ जा रही है. सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए भी पंडाल में संध्या पांच बजे के बाद भीड़ इकट्ठा हो रही है. सबसे अधिक भीड़ इस बार वैष्णो देवी गुफा देखना तथा डिजनीलैंड मेला देखने के लिए जुटी.
कई मामलों में इस बार रही बेहतर व्यवस्था
वर्ष 2024 का मेला कई मामलों में सुकून देने वाला कहा जायेगा. पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से अप्रिय घटना नही घटी. वहीं मेला के बेहतर विद्युत आपूर्ति में ऊर्जा विभाग सफल रहा. हालांकि साफ-सफाई व्यवस्था लचर रही. वहीं सम्बंधित विभाग ने सड़क पर पानी का छिड़काव सही तरीके से नहीं कर सका. जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम की मुस्तैदी से मेला आने वाले लोगो को काफी राहत मिली. इस बार भी यातायात व्यवस्था लचर रही. जिसके कारण जाम से लोग परेशान हो रहे. नमामि घाट पर बेहतर सुविधा रही. नमामि गंगे घाट पर मेला आने वालो के लिए सुरक्षा और सुविधा अच्छी थी. मेले मे आपादा विभाग, ग्राम श्रीमंडप, विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग और कृषि विभाग के प्रदर्शनी को मेला घुमने वाले लोगो ने सराहा. इस वर्ष सरकारी प्रदर्शनी की कुछ जगह भी खाली रह गयी. मेले के पर्यटन विभाग के मंच पर नामचीन कलाकारो को प्रदर्शन के लिए बुलाया गया. इस साल कई इवेंट नही हुए. पुस्तक मेला और फूड जोन की चर्चा की गयी लेकिन यह कागजों में सिमट गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है