chhapra news : नप की बैठक में हंगामा, चलीं कुर्सियां

chhapra news : छपरा नगर निगम के सभागार में शुक्रवार को हुई बोर्ड की बैठक में बहस के दौरान महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता पर कुर्सियां चलने लगी, जिसमें महापौर को बचाने के क्रम में एक व्यक्ति घायल हो गये जबकि कुछ और लोगों को चोट आयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 6, 2024 10:37 PM

छपरा. छपरा नगर निगम के सभागार में शुक्रवार को हुई बोर्ड की बैठक में बहस के दौरान महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता पर कुर्सियां चलने लगी, जिसमें महापौर को बचाने के क्रम में एक व्यक्ति घायल हो गये जबकि कुछ और लोगों को चोट आयी है. मामला विभिन्न योजनाओं में किये जाने वाले भुगतान से पहले वार्ड पार्षद और महापौर की अनुशंसा को लेकर जुड़ा है. करीब एक घंटे तक नगर निगम परिषद युद्ध का मैदान बना रहा और लोग मूक दर्शक बने रहे. सबसे बड़ी बात पूरे बैठक की कार्यवाही को कैमरे में कैद करने के लिये सरकारी वीडियोग्राफर को भी नहीं प्रतिनियुक्त किया गया था. महापौर ने इस घटना पर दुख जताते हुये कहा है कि कुछ पार्षद निगम का विकास नहीं चाहते हैं और यही कारण है कि हर बैठक में वे विवाद खड़ा करते हैं.

क्यों आई मारपीट की नौबत

पूरे मामले की छानबीन के दौरान यह बात सामने आई है कि बैठक की शुरुआत होते ही सबसे पहले पूर्व के निर्णय की संपुष्टि कर ली गयी. इसके बाद कुछ पार्षदों ने वार्डों में पूर्व में और भविष्य में होने वाले विभिन्न योजनाओं के मद में होने वाले भुगतान के पहले पार्षद और महापौर से अनुशंसा लेने को लेकर बहस छिड़ गयी. इसके बाद बात इतनी बढ़ी की तू-तू मैं-मैं शुरू हो गयी और इसके बाद पार्षदों ने महापौर पर कुर्सियां उठाकर चला मारी. करीब आधे घंटे तक हंगामा चलते रहा. हाल से बाहर आने के बाद भी घंटे बाद तक इस मामले को लेकर विवाद बढ़ता रहा.

क्या कहते हैं महापौर

कुछ पार्षद नगर क्षेत्र में विकास को नहीं चाहते हैं. हर बैठक में भी विवाद खड़ा करते हैं. मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है. लेकिन मैं बच गया और मुझे बचाने में एक व्यक्ति घायल हो गये. प्राथमिकी की दर्ज नहीं करायेगे. घर की बात बाहर नहीं जानी चाहिये, यही सोचकर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहा हूं.

लक्ष्मी नारायण गुप्ता

महापौर छपरा नगर निगम

कोई मारपीट नहीं हुयी, पार्षदों पर गलत आरोप

महापौर के खिलाफ किसी पार्षद ने कुछ नहीं बोला. केवल महापौर को याद दिलाया जा रहा था कि उन्होंने ही पूर्व की बैठक में कहा था कि योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद भुगतान वार्ड पार्षदों की अनुशंसा पर होगी. महापौर अपने बयान से पलट गये और अब कह रहे हैं कि उनकी भी अनुशंसा चाहिये यही विवाद का कारण है.

रामाकांत उर्फ डब्लू

पूर्व वाइस चेयरमैन छपरा नगर निगम

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