अस्ताचलगामी सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अर्घ, कल उदीयमान सूर्य को देंगे अर्घ

नदी घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब, जगमग हुए नदी घाट, कल सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ ही 4 दिनों का यह अनुष्ठान संपन्न हो जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2024 10:19 PM

छपरा. छपरा में चैती छठ पूजा बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. चार दिवसीय अनुष्ठान के तीसरे दिन रविवार की शाम आस्ताचलगामी सूर्य को व्रतियों ने पहला अर्घ दिया. कल सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ ही 4 दिनों का यह अनुष्ठान संपन्न हो जाएगा. लोक आस्था का छठ महापर्व को लेकर छपरा नगर निगम सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों में भक्ति व उल्लास का वातावरण है. छपरा के सरयू तटों, दिघवारा सूर्य मंदिर, नदियों, तालाबों और घरों की छतों पर बने तालाब में छठ पूजा किया गया.

सुगवा के मरबो धनुष से…

चार दिवसीय पर्व के दौरान चारों ओर छठी मईया का गीत सुनायी दे रहा है. नहाय-खाय से शुरुआत हुए छठ पर्व के दूसरे दिन खरना हुआ. रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया. रविवार की शाम सभी लोग नये-नये परिधान में छठ घाट पहुंचे. चारों ओर छठी मईया की गीत से माहौल भक्तिमय बना हुआ है. घाटों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. इस दौरान छठ पूजा कर रही महिलाओं ने पारंपरिक छठ गीतों को गाकर छठी मैया का प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की.

कई घाटों पर देखी गयी भीड़

चैती छठ पूजा वैसे सभी लोग नहीं करते हैं लेकिन फिर भी धीरे-धीरे चैती छठ करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. छपरा शहर साहिबगंज सोनार पट्टी छठ घाट रोड से जलाशय और नदी घाट तक आने वाले मार्ग में जगह-जगह तोरण द्वार बनाये गए हैं. छठ घाटों पर आस्था के जनसैलाब का अनुपम नजारा देखने को मिल रहा है. रविवार को सुबह से ही व्रती अर्घ्य का प्रसाद बनाने में जुट गई थी. इसके बाद शाम में विभिन्न घाटों पर गंगा में डुबकी लगाकर सूर्यदेव की आराधना की.

घरों में आती है सुख समृद्धि

बताया जाता है कि चैती छठ की महिमा और महत्व कतई कम नहीं है जिन लोगों को कोई मन्नत मांगना होता है तो यह छठ जरूर करते हैं इससे उनकी मन्नते पूरी हो जाती है यही कारण है कि यह छठ भी धूमधाम से मनाया जाता है. मान्याता है कि छठ महापर्व से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है. कई लोग संतान सुख की प्राप्ति के लिए मन्नत मानते हैं. पूरी होने के बाद छठ व्रत करते हैं.

यहां रही अधिक भीड़

-मांझी प्रखंड के कई नदी घाटों पर-रिविलगंज प्रखंड के कई नदी घाटों पर-छपरा शहर के विभिन्न मोहल्ले से सटे सरजू नदी घाट पर-छपरा के विभिन्न तालाबों और जलाशय पर-डोरीगंज और चिरांद नदी घाट पर-दिघवारा के विभिन्न नदी घाट पर-नयागांव और सोनपुर के विभिन्न नदी घाट पर-पानापुर, तरैया, मकेर के विभिन्न नदी घाट पर

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