मानसून ने लगायी सब्जियों की कीमतों में आग

हर साल की तरह इस साल भी बरसात के मौसम में सब्जियों के दामों में उछाल देखने के लिए मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों से तेज बारिश होने के चलते सब्जियों और फलों को काफी नुकसान हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2024 10:26 PM
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छपरा. हर साल की तरह इस साल भी बरसात के मौसम में सब्जियों के दामों में उछाल देखने के लिए मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों से तेज बारिश होने के चलते सब्जियों और फलों को काफी नुकसान हुआ है. जिसके बाद थोक मंडी के साथ ही बाजारों में सब्जियों के दाम दुगने बढ़ गए हैं. सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक लगातार बारिश से आस-पास के गांव से सब्जियों की आवक आधे से भी कम रह गई है. इससे भाव में बढ़ोतरी है.आगे भी भाव आवक पर ही भी निर्भर रहेगी. बारिश जारी रही तो और बढ़ेंगे दाम दुकानदारों का कहना है कि यदि बारिश जारी रहती है तो आगे भी महंगी सब्जी खाना पड़ सकता है. जहां समान्य दिनों में सब्जी मंडी में जितनी गाड़ियां सब्जी लेकर आती हैं जो इन दिनों बारिश के कारण कम ही गाड़ियां सब्जी लेकर आ रही है. आवक कम रहने से थोक सब्जी मंडी में ही सब्जियां दुगने भाव तक में बिकने लगी हैं. इसका असर फुटकर भाव पर हुआ है और फुटकर में भी सब्जी 50 फीसदी से अधिक महंगी हो गई है. ऐसे में लोगों को ज्यादा दाम चुकाना पड़ रहा है. गरीबों की थाली से सब्जी गायब होती नजर आ रही है. आवक पर निर्भर करता है मूल्य छपरा बाजार समिति के सब्जी विक्रेता अकबर अली व गुदरी बाजार के सब्जी विक्रेता शंकर महतो ने बताया कि बारिश के कारण खेतों में सब्जी नष्ट हो रही है. इसी का परिणाम है की गत सप्ताह की अवधि में सब्जी के दाम में बढ़ोत्तरी हुई है. दाम बढ़ने के बाद भी बिक्री में किसी प्रकार की कमी नहीं आई है. ऐसे लोग किलो के बदले आधा किलो खरीदने का प्रयास कर रहे हैं. सब्जी का दर निर्धारण मंडी में आपूर्ति हुई सब्जी के आधार पर होता है. जबकि सब्जी मंडी में सभी तरह की सब्जियां दोगुने भाव में मिल रही हैं. आगे भी इनके दाम आवक पर भी निर्भर करेंगे यदि आवक बढ़ती है तो दाम बढ़ेंगे. गांव से शहर में सब्जी आती है, लगातार हो रही बारिश में आवक 35 फीसदी ही रह गई है. आवक कम है इस सब्जी के भाव दोगुने हो गये हैं.

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