Saran News: सीटी बजाओ-कूड़ा उठाओ योजना ठप, सफाईकर्मियों के शरीर से वर्दी गायब

Saran News: छपरा नगर निगम क्षेत्र में सीटी बजाओ-कूड़ा उठाओ योजना फिसड्डी साबित हो रही है. सबसे अधिक परेशानी शहर की गलियों में रहने वाले लोगों को हो रही है. गलियों में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 13, 2024 10:45 PM
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छपरा. छपरा नगर निगम क्षेत्र में सीटी बजाओ-कूड़ा उठाओ योजना फिसड्डी साबित हो रही है. सबसे अधिक परेशानी शहर की गलियों में रहने वाले लोगों को हो रही है. गलियों में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. बहुत पहले नगर निगम के सफाईकर्मी सीटी बजाकर लोगों को जागरूक करते थे और लोग अपने घरों का कूड़ा लेकर बाहर निकल पड़ते थे. इसके बाद सफाईकर्मी उसे कलेक्ट कर लेते थे. इससे आम लोगों को काफी सहूलियत होती थी, लेकिन यह सिस्टम धीरे-धीरे ठंडा बस्ते में पड़ गया है. अपना सीटी बजती है न कूड़ा उठता है.

तीन साल पहले बनी थी योजना

करीब तीन साल पहले नगर निगम ने एक योजना बनायी थी सीटी बजाओ-कूडा उठाओ. यह योजना इतनी चर्चित हुई कि इस शहर के हर होल्डिंग धारक इसकी प्रशंसा करते नहीं थकते थे. सुबह होते ही शहर की गलियों और सड़कों पर नगर निगम के कर्मी सीटी बजाते सुने जाते थे और लोग समझ जाते थे कि नगर निगम के कर्मी उनके द्वार पर आ चुके हैं, फिर वह घर का कूड़ा और कचरा लेकर बाहर रख देते थे. इसे नगर निगम के कर्मियों को काफी सहूलियत होती थी और वे कूड़ा-कचरा हर घर से कलेक्ट कर डंपिंग वाले स्थल पर डंप कर देते थे. अब तो केवल यह शगुफा ही रह गया है ना तो सीटी बज रही है और ना ही समय पर गलियों का कूड़ा उठ रहा है नगरवासी परेशान हैं कि आखिर नगर निगम को हो क्या गया है.

नगर निगम की कार्यशैली अब धीरे-धीरे हो रही है शिथिल

इस संबंध में लोगों ने अपनी बेबाक राय रखते हुए कहा कि नगर निगम की कार्यशैली अब धीरे-धीरे शिथिल होती जा रही है तभी तो योजना को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. कहीं कोई कर्मी सड़क या गली पर सीटी बजाते नहीं सुने जाता और सुबह में कूड़ा और कचरा घर में ही रह जाता है. साहिबगंज बूटनबाड़ी मुहल्ला निवासी अजीत कुमार गुप्ता के अनुसार कम-से-कम नगर निगम को चाहिए कि हर वार्ड के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दे, जो सीटी बजा कर लोगों को यह सूचना दे दे कि नगर निगम की गाड़ी उनके द्वार पर आ चुकी है. यह सुविधा पहले थी अब समाप्त हो चुकी है. दहियावां मुहल्ला निवासी शगुफ्ता परवीन ने बताया कि इमामबाड़ा के पास सालों भर कूड़ा-कचरे का अंबार लगा रहता है, यह नगर निगम को क्यों नहीं दिखता. पहले कम-से-कम घर के पास आकर सीटी बजा कर कूड़ा और कचरा कलेक्ट कर लिया जाता था आखिर में सुविधा क्यों बंद कर दी गयी. अन्नपूर्णा मंदिर दौलतगंज निवासी नागेंद्र कुमार सिंह के अनुसार नगर निगम की कार्यशैली पहले की अपेक्षा काफी गड़बड़ हुई है. सीटी बजाओ-कूड़ा उठाओ योजना काफी बेहतर थी.

कोई योजना बंद नहीं हुई

सफाई एजेंसी को इससे संबंधित तमाम आदेश दिये गये हैं. कोई योजना बंद नहीं हुई है. स्वच्छता गीत के माध्यम से लोगों को अलर्ट किया जाता है. यदि कोई गड़बड़ी है तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.

सुनील कुमार पांडे, निगमायुक्त, छपरा नगर निगम

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