छपरा. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2024 का शुभारंभ मुख्यमंत्री करेंगे या दोनों उपमुख्यमंत्री या फिर राज्य के राजस्व या फिर जिले के प्रभारी मंत्री करेंगे यह सब आज सोमवार की शाम तक तय हो जाएगा. इसे लेकर पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के बीच डिस्कशन चल रही है. लगातार संपर्क बनाया जा रहा है ताकि कन्फर्मेशन मिल सके. इस बीच मेला में तैयारी परवान पर है. मेला उद्घाटन के मुख्य मंच, प्रशासनिक आवासन, पुलिस आवासन समेत अन्य जरूरी कार्य लगभग पूरे कर लिए गए हैं.
इन कार्यों में भी आ गयी है तेजी
मेला परिक्षेत्र में साफ-सफाई, स्वच्छता, बिजली, सड़क, भीड़ नियंत्रण, नदी घाटों पर बैरिकेडिंग, और सुरक्षा जैसे विषयों पर तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. अनुमंडल स्तर के अधिकारियों ने मेला में कैंप किया है जिले स्तर के भी कई अधिकारी मेले की तैयारी की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं. सरकारी और गैर-सरकारी प्रदर्शनियों का निर्माण, मेले में देश के कोने-कोने से घोड़ा, हाथी, बैल, गाय जैसे मवेशियों के आने की उम्मीद के बीच उनके रहने आदि की व्यवस्था, मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर भी हर प्रकार की तैयारी हो रही है. जिलाधिकारी अमन समीर लगातार तैयारी की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रम से लेकर आउटडोर इवेंट, कार्तिक स्नान और साफ सफाई व सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता में रखते हुए टाइम फ्रेम में काम पूरा करने का आदेश जारी किया है.
उद्घाटन में तीन दिन शेष
हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का विधिवत उद्घाटन 13 नवंबर को पर्यटन विभाग के मुख्य पंडाल में होना तय है. मेले में सरकारी और गैर सरकारी प्रदर्शनियों का निर्माण को लेकर भी तैयारी चल रही है. मेले में देश के कोने कोने से घोड़ा, हाथी, बैल, गाय आदि मवेशियों के आने की संभावना है. हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो सका है कि इस बार भी पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से उन्नत नस्ल की गायें आएंगी या नहीं. लेकिन इस बार उम्मीद जताई जा रही है. पिछले दो दशक से इन राज्यों से गायों का आना बंद है. सिर्फ आसपास के जिलों से ही गायें लायी जाती हैं.
सरकारी स्तर पर 13 से लेकिन गैर सरकारी स्तर पर देवोत्थान से मेला
हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का शुभारंभ 13 नवंबर से हो जाएगा, लेकिन गैर सरकारी स्तर पर यानी धार्मिक तौर पर देवोत्थान से हरिहरक्षेत्र मेले का प्रारंभ हो जाता है. क्षेत्र के गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम् से कलशयात्रा की शुरुआत होती है. इसी दिन से मेले के साधुगाछी और उधर पहलेजाधाम में गंगा के तट पर साधु-संतों का जमावड़ा शुरू हो जाता है. इस बार हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 13 नवंबर से 14 दिसंबर तक यानी इस वर्ष भी 32 दिनो तक चलेगा. कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए विभिन्न संप्रदायों के 15 से 17 हजार से अधिक साधु-संतों के आने की संभावना है. ऐसे में इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए तैयारी हो रही है.खेल तमाशा से लेकर हर तरह का मनोरंजन
इस बार सोनपुर मेले में कई खेल-तमाशे वाले भी आएंगे. गाय बाजार, नखास और चिड़िया बाजार इलाके में कई डिजनीलैंड, तरह-तरह के झूले आदि लगाए जा रहे हैं.. रेलग्राम को भी सजाया-संवारा जा रहा है यहां रेल के प्राय: सभी विभागों की प्रदर्शनी के साथ-साथ रेल के विकास को दर्शानेवाली चित्र प्रदर्शनी भी लगायी जा रही है. मनोरंजन के अन्य साधनों को भी मेला कैंपस में लगाया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है