saran news. स्मार्ट मीटर के बारे में भ्रांतियां फैलाने पर होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी अमन समीर ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर कनेक्शन को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए एक प्रेस वार्ता की. इसमें डीएम ने दो टूक कहा की सरकारी कार्यों में किसी को भी बाधा पहुंचाने का अधिकार नहीं दिया जाएगा.
छपरा . सारण के शहरी क्षेत्र के अलावा अब सभी गांवों में भी लोगों के मकानों में बिजली मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. लेकिन कई जगह मीटर लगाने जा रहे कर्मचारियों का ग्रामीणों द्वारा विरोध भी किया जा रहा है. इसके पीछे असामाजिक तत्वों के द्वारा विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां फैलाई जानी है. जिनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उक्त बातें जिलाधिकारी अमन समीर ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर कनेक्शन को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए एक प्रेस वार्ता की. इसमें डीएम ने दो टूक कहा की सरकारी कार्यों में किसी को भी बाधा पहुंचाने का अधिकार नहीं दिया जाएगा. हर घर में मीटर लगेगी. इस अवसर पर विद्युत कार्यपालक पूर्वी और पश्चिमी भी उपस्थित थे. बताया गया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित उपभोक्ताओं को होने वाली कुछ व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिये भी कंपनी द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है.जब रिचार्ज बैलेंस समाप्त होने वाला रहता है तो इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को मोबाइल पर लगातार दी जाती है. बैलेंस समाप्त हो जाने पर भी दो दिनों तक बिजली नहीं कटती है. बकाये राशि से अधिक के भुगतान (पॉजिटिव बैलेंस) के उपरांत सामान्यतः 5 से 10 मिनट में बिजली बहाल हो जाती है. विशेष परिस्थिति में मुख्यतः नेटवर्क की समस्या के कारण बिजली बहाल होने में कुछ अधिक समय लगता है.ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिये मीटर में ही पुश बटन का प्रावधान किया गया है एवं उपभोक्ताओं के लिये जहाँ नेटवर्क की समस्या अधिक पाई गई है वहाँ यह दूसरे विकल्प के रूप में उनके मीटर में ही उपलब्ध करा दिया गया है. भ्रांतियां दूर करने के लिए टेस्ट मीटर भी सभी जिलों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ टेस्ट मीटर का अधिक से अधिक डेमोंस्ट्रेशन कराकर उपभोक्ताओं के मन मे व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने को कहा गया है. सभी सरकारी कार्यालयों में 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में भी अपेक्षित सहयोग सुनिश्चित करने को कहा गया है. होता ये आ रहा है कि आप महीने भर बिजली इस्तेमाल करते हैं और फिर बिल के आधार पर एकमुश्त पैसा जमा करते हैं. लेकिन प्रीपेड स्मार्ट मीटर लग जाने से ये होगा कि आप अपनी जरूरत के मुताबिक रिचार्ज करवाएंगे और फिर उसका इस्तेमाल करेंगे. खत्म होने से पहले आप फिर से यूनिट और वैलिडिटी का रिचार्ज करा लेंगे और आपकी बिजली कंटीन्यू रहेगी.सामान्यत: लोग सोच रहे हैं कि प्रीपेड मीटर लग जाने से उन्हें नुकसान हो होगा? दरअसल बहुत सारे लोगों का सोचना है कि इसमें बिजली इस्तेमाल करने से पहले ही पैसे देने होंगे.. रिचार्ज खत्म होने का पता नहीं चलने पर बिजली कट जाएगी…इन संदेहों को दूर करते हुए. प्रीपेड मीटर लगने के दूरगामी फायदे भी खूब हैं. बिजली की खपत मापने के लिए घरों में जो मीटर लगे हुए हैं, उन्हीं की तरह प्रीपेड स्मार्ट मीटर भी है, लेकिन बड़ा फर्क यही है कि पुराने मीटर में पैसे बाद में देने होते थे, इसमें पहले देने होंगे. इसमें एक ऐसी डिवाइस लगी होती है, जो मोबाइल टावर्स से बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक सिग्नल पहुंचाता है, जिससे बिजली कंपनियां अपने दफ्तर से मीटर की रीडिंग और निगरानी कर सकती हैं. जब चाहें मोबाइल से कट कर दें घर की बिजली इस नए बिजली मीटर को आप अपने मोबाइल से कंट्रोल कर सकेंगे. मोबाइल में ऐप के जरिए आप जब चाहें घर की बिजली कट कर सकते हैं. इसे उदाहरण से ऐसे समझिए कि अभी आपको महीने में अगर 10-12 दिन के लिए कहीं बाहर जाना हो तो आपका बिजली मीटर चालू रहता है, लेकिन स्मार्ट मीटर को तो आप ऐसी स्थिति में बंद कर सकते हैं. जितने दिन या जितने घंटे बिजली इस्तेमाल नहीं होगी उतनी ऊर्जा बचेगी और आपका पैसा भी बचेगा. स्मार्ट मीटर लगाना क्यों अनिवार्य हालांकि, कुछ उपभोक्ता स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे हैं, जिनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करने की बात कह रहा है. विद्युत विभाग ने साफ कर दिया है कि स्मार्ट मीटर लगाना अनिवार्य है और जो उपभोक्ता बिजली मीटर लगाने में अपनी असहमति दर्ज करेंगे और अपने मकान में मीटर नहीं लगवाने देंगे उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा. बिजली कंपनी को नए मीटर लगाने के लिए उपभोक्ताओं से सहमति लेने की आवश्यकता नहीं है. कंपनी अपने अनुसार हर घर में स्मार्ट मीटर लगा सकती है. जिले के बिजली अधिकारियों ने बताया कि उपभोक्ताओं के लिए यह स्मार्ट मीटर कई मायनों में लाभकारी है उन्हें बिजली बिल का मैसेज मोबाइल पर ही आ जाएगा और वे घर बैठे ही एक क्लिक से अपने बिल का भुगतान कर सकेंगे. यदि रात में किसी उपभोक्ता का बैलेंस समाप्त होता है, तो रात में किसी सूरत में उसकी बिजली नहीं कटेगी. बिजली किसी उपभोक्ता का अगले दिन के वर्किंग समय 10 से 2 बजे के बीच ही कटेगा. लेकिन भ्रांतिया फैला दी गयी है कि रात में ही बिजली कट हो जायेगा.उन्होंने यह भी बताया कि निःशुल्क कनेक्शन के बाद बिहार विद्युत स्मार्ट मीटर ऐप प्ले स्टोर से लोड करवा दिया जाएगा. यदि छह महीने तक स्मार्ट मीटर अकाउंट में दो हजार राशि बरकरार रहता है, तो उपभोक्ता को व्याज दर में भी फायदा होगा. स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाते हुए बताया कि इससे बिजली की खपत की सटीक और वास्तविक समय में निगरानी की जा सकेगी. इससे बिजली की बर्बादी को रोकने में मदद मिलेगी. स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत का सही-सही हिसाब रखा जा सकेगा.जिससे उपभोक्ताओं को बिलिंग में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का सामना नहीं करना पड़ेगा. स्मार्ट मीटर को रिमोट से रीड और कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे बिजली विभाग को मीटर रीडिंग के लिए घर-घर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. यह उपभोक्ताओं और विभाग दोनों के लिए समय और संसाधन की बचत करेगा. स्मार्ट मीटर लगने से खपत और बिलिंग में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ताओं को अधिक सुविधा और नियंत्रण प्राप्त होगा. स्मार्ट मीटर बहुत ही अच्छी चीज है. इसे हर व्यक्ति को अपने घर में बिजली आपूर्ति के लिए लगाना होगा. इसमें कोई भरम नहीं होनी चाहिए कि रात में यदि बैलेंस समाप्त हो जाता है तो बिजली कट जाएगी, रविवार और सरकारी छुट्टी के दिन भी बैलेंस नेगेटिव रहने पर बिजली नहीं कटेगी. इस व्यवस्था से बिजली चोरी, बिजली खपत, बिजली बचत समिति अन्य फायदे हो रहे हैं. अगर किसी को कोई समस्या है तो सीधे जाकर मिले. -अमन समीर, जिलाधिकारी, सारण
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