sonpur mela : सोनपुर मेले की ऐतिहासिकता देख रोमांचित हो रही युवा पीढ़ी

sonpur mela : सोनपुर मेला में इस समय रिकॉर्ड भीड़ जुट रही है. मेला में आने वाले अधिकतर युवा सोनपुर की ऐतिहासिकता से अवगत होकर रोमांचित महसूस कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 9:26 PM
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छपरा/सोनपुर. सोनपुर मेला में इस समय रिकॉर्ड भीड़ जुट रही है. मेला में आने वाले अधिकतर युवा सोनपुर की ऐतिहासिकता से अवगत होकर रोमांचित महसूस कर रहे हैं. युवा पीढ़ी कोनहारा घाट के किनारे गजर ग्राह की पौराणिक कथा के बारे में जानकारी जुटा रही है. कई रिसर्च स्कॉलर भी इस समय सोनपुर मेला पहुंचे हैं. वहीं हरिहरनाथ मंदिर पहुंचकर भी यहां ऐतिहासिक मंदिर को देख युवा पीढ़ी को अपनी प्राचीन सभ्यता व संस्कृति पर गर्व करने का अवसर मिल रहा है. गुरुवार को मेल में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा से छात्रों की एक टीम पहुंची थी. जिन्होंने सोनपुर मेला के साथ ही यहां के सभ्यता संस्कृति को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटायी. इनमें से कई शोध छात्र भी थे. जिन्होंने बताया कि वह सोनपुर मेला पर रिसर्च का एक टॉपिक तैयार कर रहे हैं. पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु के दो भक्त जय और विजय शापित होकर गज और ग्राह के रूप में धरती पर उत्पन्न हुए थे. एक दिन कोनहारा के तट पर जब गज पानी पीने आया तो ग्राह ने उसे पकड़ लिया. फिर गज ग्राह से छुटकारा पाने के लिए कई सालों तक लड़ता रहा. तब गज ने बड़े ही मार्मिक भाव से अपने हरि यानी विष्णु को याद किया. इसके बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन विष्णु भगवान ने उपस्थित होकर उसे ग्राह से मुक्त किया. कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां स्नान करने से सौ गोदान का फल प्राप्त होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार कभी भगवान राम भी यहां पधारे थे और बाबा हरिहरनाथ की पूजा-अर्चना की थी. हरिहरनाथ मंदिर दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है. जहां विष्णु और शिव की एकीकृत मूर्ति है. इसके मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कभी ब्रह्मा ने इसकी स्थापना की थी. इसके साथ ही संगम किनारे स्थित दक्षिणेश्वर काली की मूर्ति में शुंग काल का स्तंभ है.

इस वीकेंड पांच लाख से अधिक लोग जुटेंगे

पिछले सप्ताह वीकेंड के दिन शनिवार पर रविवार को तीन लाख से अधिक लोग सोनपुर मेला देखने आये थे. जबकि अभी सोनपुर मेला अपने पीक पर है. ऐसे में आगामी शनिवार और रविवार को पांच लाख से अधिक लोगों के जुटने का अनुमान बताया जा रहा है. लोगों की भीड़ को देख दुकानदार भी काफी उत्साहित है. सोनपुर मेला परिसर में इस समय दो हजार से अधिक दुकानें लगी हैं. वहीं हजारों की संख्या में फुटपाथी दुकान भी लगाये गये हैं. सभी दुकानदारों को बेहतर कारोबार की उम्मीद है. सोनपुर मेला में लगे मीना बाजार, उलेन बाजार, स्ट्रीट फूड कॉर्नर आदि पर सुबह से ही भीड़ जुट रही है. वहीं यहां के मुख्य आकर्षण डिजनीलैंड मेला तथा वैष्णो देवी की गुफा देखने के लिए हजारों लोग सुबह से ही कतारबद्ध नजर आ रहे हैं.

आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रदर्शनी में हो रही भीड़

सोनपुर मेला में सबसे अधिक भीड़ आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रदर्शनी को देखने के लिए हो रही है. यहां बिहार के कई प्रमुख जिलों से स्टॉल लगाये गये हैं. जिसमें हाथ से निर्मित वस्तुओं की डिमांड अधिक हो रही है. खासकर बांस से बनायी गयी सामग्री तथा मिट्टी के बर्तनों को लोग बड़े ही चाव से खरीद रहे हैं. सजावट की सामग्रियां भी यहां एक से बढ़कर एक उपलब्ध हैं. घर के सजावट के सामान भी आर्ट एंड क्राफ्ट गैलरी में रखे गये हैं. इसके अलावा सोनपुर मेला के लकड़ी बाजार में भी इस बार डिजाइनर फर्नीचर उपलब्ध है. कई फर्नीचर दुकानदार तो लोगों को आकर्षक इएमआइ पर भी फर्नीचर उपलब्ध करा रहे हैं. क्योंकि कई लकड़ी के दुकानदार अब यहां स्थायी रूप से दुकान लगाते हैं. ऐसे में सोनपुर के लोकल लोगों को आसानी से इएमआइ पर फर्नीचर उपलब्ध हो जा रहा है. इस समय शादी ब्याह का सीजन चल रहा है. ऐसे में अपनी बेटियों को उपहार देने के लिए भी लोग यहां से फर्नीचर खरीद रहे हैं.

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