बनियापुर. मूर्ति विसर्जन के दौरान पोखर में डूबने से एक युवक की मौत हो गयी. घटना बनियापुर थाना क्षेत्र के एनएच 331 से सटे पैगम्बरपुर पोखरा का है. मृत युवक बगल के ही गांव कन्हौली मनोहर निवासी लगनदेव चौधरी का पुत्र नन्हक चौधरी (22 वर्षीय) है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोमवार की देर शाम युवक मूर्ति विसर्जन जुलूस में शामिल होने के लिये पैगम्बरपुर पोखरा आया था. जहां विसर्जन के क्रम में पोखर में उतरा था. इस बीच अधिक गहराई में जाने से डूब गया. चूंकि उक्त पोखर में चेतन छपरा, पैगंबरपुर, कन्हौली संग्राम सहित कई जगहों से मूर्तियां विसर्जन के लिये लायी जाती है. वही पोखर के पास मेले का भी आयोजन होता है. जहां अत्यधिक भीड़ के साथ-साथ काफी शोरगुल रहता है. ऐसे में युवक की डूबने की भनक किसी को नहीं लगी. हालांकि देर रात्रि तक युवक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की तब मामले की जानकारी हुई. बताया जाता है कि पोखर के बाहर युवक का चप्पल बिखरा पड़ा था. जिसके आधार पर अंदेशा हुआ कि युवक पोखर में डूब गया है. गोताखोरों द्वारा रात्रि में ही युवक को ढूंढने का प्रयास किया गया. मगर सफलता नहीं मिल सकी. सुबह में काफी खोजबीन व गोताखोरों की कड़ी मसक्कत के घंटों बाद युवक का शव बरामद कर बाहर निकाला गया. इधर घटना की सूचना मिलते ही पोखर के पास सैकड़ो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. जिसे संभालने में पुलिस को कड़ी मसक्कत करनी पड़ी. बाद में पुलिस द्वारा आवश्यक कारवाई पूरी करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया गया. अंचलाधिकारी दीनानाथ कुमार ने पीड़ित परिवार से मिलकर यथाशीघ्र आपदा के तहत मिलने वाली चार लाख की अनुग्रह अनुदान राशि मुहैया कराने का आश्वाशन दिया.
परिजनों की चीख-पुकार से माहौल हुआ गमगीन
युवक का शव बरामद होते ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों की चीख पुकार से माहौल गमगीन हो गया. पिता लगनदेव चौधरी एवं माता गिरजा देवी का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है. वही घटना को लेकर स्थानीय लोग भी काफी स्तब्ध एवं मर्माहत दिखे. मृत युवक चार भाइयों में सबसे छोटा था. जो अपने पिता के साथ पैगंबरपुर सब्जी मंडी स्थित लिट्टी-चाय की दुकान में हाथ बटाता था. जो काफी हंसमुख एवं मिलनसार प्रवृति का युवक था एवं सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था. इस हृदय विदारक घटना को देख घटना स्थल पर जुटे लोगों की भी आंखे नम हो गयी. मौके पर उपस्थित लोग परिजनों को समझा-बुझाकर सांत्वना देने में लगे रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है