Sarkari Job: बिहार में जल्द कई पदों पर डॉक्टरों की बहाली होने जा रही है. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से दी गई है. उन्होंने कहा है कि चिकित्सकों की कमी से मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही है. इसी कमी को दूर करने के लिए शिक्षकों की बहाली होगी. इसके लिए बीपीएससी को अधियाचना भेजने के साथ ही बहाली प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आग्रह किया गया है. बता दें कि राज्य में 5000 पदों पर शिक्षकों की बहाली होने जा रही है.
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों को बहाल करने का फैसला लिया है. मालूम हो कि सरकार लगातार कई विभागों में बहाली निकाल रही है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग में भी बहाली बीपीएससी की ओर से निकाली जाएगी. मेडिकल कालेज में जहां 1300 असिस्टेंट प्रोफेसर तो सामान्य अस्पतालों के लिए 3800 चिकित्सकों की बहाली होने वाली है. कहा जा रहा है कि इसके बाद राज्य में डॉक्टरों की कमी दूर हो जाएगी. इसके लिए बीपीएससी को अभियाचना भेजी गई है. साथ ही बहाली प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का अनुरोध भी किया गया है.
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विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि चिकित्सकों की कमी से मरीजों के इलाज करने में परेशानी हो रही है. इसी को देखते हुए बहाली का निर्णय लिया गया है. जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. जानकारी के अनुसार समान्य अस्पतालों में 38 सौ डॉक्टरों की बहाली होगी. मेडिकल कालेज में डॉक्टरों की भर्ती के लिए BPSC को अधियाचना भेजी गई है. बिहार स्वास्थ्य सेवा के तहत डॉक्टरों की बहाली ली जाएगी. विभाग में सामान्य चिकित्या के लिए 6629 पद है. इसमें 6391 पदों पर डॉक्टर कार्यरत है. बता दें कि सबसे अधिक कमी विशेषज्ञ चिकित्सकों की है.
रिक्त पदों को भरने के लिए विशेष रणनीति तैयार की जा रही है. राज्य में 586 स्वीकृत दंत चिकित्सकों के पद में से 523 पर चिकित्यक कार्यरत है. जबकि, 63 पद रिक्त है. राज्य में 3824 खाली पदों पर बहाली होने वाली है. भर्ती की प्रक्रिया इस साल पूरी की जाएगी. इस साल भर्ती की प्रक्रिया को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. वहीं, कुछ दिनों पहले विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को विभाग की ओर से किये जा रहे कार्यों का प्रजेंटेशन दिया. इससे पहले आरा में डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य विभाग में करीब डेढ़ लाख नियुक्ति की प्रक्रिया तेज करने की बात कही थी. सरकार लगातार खाली पदों पर भर्ती लेने की तैयारी में जुटी है.
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तेजस्वी यादव ने कहा था कि डेढ़ लाख बहाली में डॉक्टर, नर्स और पारा मेडिकल स्टॉफ के पद भी शामिल होंगे. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को उप मुख्यमंत्री की बहाली संबंधी घोषणा से जोड़ कर देखा जा रहा है. समीक्षा बैठक में इस पर चर्चा हुई कि किस पद पर कितनी बहाली हो सकती है, बहाली की प्रक्रिया कितने दिन में पूरी हो सकती है और विभाग में कितने पद अभी खाली हैं. इधर, विभाग के मुख्य सचिव ने जानकारी दी है कि चिकित्सकों की जल्द बहाली होगी. बताया जा रहा है कि जिलों में कार्यदक्षता को बढ़ाने के लिए युवा सिविल सर्जनों की भी तैनाती की जाएगी.
बता दें कि राज्य में आधे से अधिक प्रखंडों में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारियों का दायित्व अतिरिक्त प्रभार की वजह से चल रहा है. पंचायती राज विभाग ने ग्राम पंचायतों के विकास को गति देने के लिए रिक्त 266 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है. यह माना जा रहा है कि रिक्त सभी पदों पर अगस्त तक नियुक्ति कर दी जायेगी. रिक्त पदों को भरने के लिए विभाग ने संविदा के आधार पर नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया. ऑनलाइन आवेदन पत्र विभाग को प्राप्त हो चुके हैं. अब विभाग ऑनलाइन आवदेन करने वाले सभी अभ्यर्थियों के दावे के साथ वांछित प्रमाण पत्रों की जांच 27 जुलाई को विकास भवन स्थित विभाग के सभागार में करेगा.
इधर, बिहार में शिक्षकों की भी नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए आवेदन लिया जा चुका है. अब शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन होगा. एक लाख 70 हजार शिक्षकों की नियमित बहाली होने जा रही है. इसमें आठ लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन कर दिया है. भर्ती की प्रक्रिया जारी है.