Sarkari Naukri: बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने जारी की नयी तारीख, 2187 पदों के लिए अब इस माह होंगे एग्जाम
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है. बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने 2187 पदों पर होने वाली इस बहाली को लेकर तो तारीख तय की है, उसके मुताबिक प्रारंभिक परीक्षा 23 व 24 दिसंबर को आयोजित होगी.
पटना. सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है. बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने सचिवालय सहायक, योजना सहायक, निबंधक कार्यालय में ऑडिटर और ऑडिटर अंकेक्षण निर्देशालय, वैक्टर रोज नियंत्रक पदाधिकारी के पदों पर आयोजित होने वाली प्रारंभिक परीक्षा की तिथि जारी कर दी गयी है. आयोग ने 2187 पदों पर होने वाली इस बहाली को लेकर तो तारीख तय की है, उसके मुताबिक प्रारंभिक परीक्षा 23 व 24 दिसंबर को आयोजित होगी.
छात्रों के प्रदर्शन के बाद घोषित हुई तारीख
बिहार कर्मचारी आयोग ने इससे पहले यह बताया गया था कि इन पदों के लिए इसी माह 26 व 27 नवंबर को आयोजित होगी, लेकिन अब इसको लेकर आयोग के नई तारीख का एलान किया है. इसको लेकर आयोग के सचिव ने अधिसूचना जारी कर दी है. तृतीय स्नातक परीक्षा के लिए समय नजदीक आने तथा आयोग की ओर से कोई अधिसूचना नहीं होने के कारण बीते दिनों अभ्यर्थियों ने आयोग के समक्ष हंगामा भी किया था. अभ्यर्थियों ने आयोग पर प्रदर्शन किया था और परीक्षा को लेकर जल्द सूचना देने की मांग की थी. जिसके बाद यह घोषणा की गई है.
टेक्स्ट बुक ले जा सकेंगे अभ्यर्थी
आयोग ने अभ्यर्थियों को साफ किया है कि प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थी टेक्स्ट बुक ले जा सकेंगे. यह परीक्षा 150 अंक की होगी. इसके लिए अभ्यर्थियों को सवा दो घंटे का समय दिया जाएगा. इस परीक्षा में सभी सवाल वस्तुनिष्ठ होंगे. यह परीक्षा सचिवालय सहायक के लिए 1360 पद, योजना सहायक के लिए 125 पद , निबंधक कार्यालय में ऑडिटर के लिए 290 पद और ऑडिटर अंकेक्षण निर्देशालय के लिए 487 पद, वैक्टर रोज नियंत्रक पदाधिकारी के लिए 93 पद पर आयोजित होगी.
अप्रैल तक परिणाम आने पर संशय
कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जारी परीक्षा कलेंडर में भी यह कहा गया था कि तृतीय स्नातक परीक्षा 26 व 27 नवंबर को होनी है, लेकिन अब इसकी तिथि बढ़ा दी गई है. इस कैलेंडर में प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 20 से 30 जनवरी, मुख्य परीक्षा के लिए मार्च 2023 और अंतिम परिणाम अप्रैल महीने में आने की सूचना दी गई है. लेकिन, अब प्रारंभिक परीक्षा की तिथि आगे बढ़ने के बाद अप्रैल तक परिणाम आने पर संशय बन गया है.