बिहार में शातिरों ने Social-Media पर रचा ‘नौकरी-कांड’, सरकारी कार्यालयों में बिना बहाली आ रहे आवेदन पत्र
jobs in bihar: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) ने दस लाख नौकरी देने का वादा किया था. जिसके बाद बिहार में सरकारी नौकरी के लेकर एक अलग माहौल बना हुआ है. इसका फायदा उठाते हुए शातिरों ने सोशल मीडिया पर फर्जी बहाली निकाली है.
पटना: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे बिहार के युवा सावधान रहें. वजह सरकारी नौकरी के लिए आजकल सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन निकाले जा रहे हैं. खास बात यह है कि विज्ञापन में सही सरकारी पते का इस्तेमाल किया गया है. इस वजह से बिना बहाली के सरकारी कार्यालयों में प्रतिदिन हजारों के संख्या में आवेदन पत्र आ रहे हैं. लगातर आ रहे आवेदन पत्रों की बाढ़ को देखकर अधिकारी भी अपना सिर पकड़ कर बैठ गए.
कार्यालय में बड़ी संख्या में आ रहे आवेदन
दरअसल, मामला मुजफ्फरपुर जिले के अनुमंडल पूर्वी कार्यालय का है. यहां एसडीओ कार्यालय के हवाले से शातिरों ने विभिन्न पदों पर बंपर बहाली का फर्जी विज्ञापन इंटरनेट मीडिया पर जारी कर दिया. विज्ञापन वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में कार्यालय में आवेदन आने लगे. बिना वैकेंसी के कार्यालय में नौकरी के लिए आवेदन आने पर अधिकारी हैरान रह गए. इसके बाद ठगी की आशंका को देखते हुए एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश लोगों के लिए आनन-फानन में सूचना जारी कर ऐसे शातिर से सावधान रहने की सलाह दी है.
सोशल मीडिया पर निकाली गई है फर्जी बहाली
मामले के लेकर अनुमंडल अधिकारी ने बताया कि बीते कई दिनों से विभिन्न पदों के लिए लगातार आवेदन पत्र आ रहे थे. आवेदन पत्र में बंपर बहाली का जि क्र है. लेकिन कार्यालय की ओर से किसी तरह की बहाली नहीं निकाली गई है. एसडीओ पूर्वी ने एक जनहित सूचना जारी करते हुए कहा कि कार्यालय की ओर से किसी पद पर नियुक्ति या नियोजन के लिए विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया गया है. शातिर ठगों के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी विज्ञापन जारी किया गया है. विज्ञापन वायरल होने के बाद हजारों युवा आवदेन पत्र सरकारी कार्यालय के पते पर भेज रहे हैं. एसडीओ ने लोगों से सर्तक रहने की अपील की है.
पहले भी आ चुकें है ऐसे मामले
बता दें यह पहली बार नहीं है जब शातिर ठगों ने सरकारी नौकरी को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन निकाला हो. इससे पहले इसी साल 23 फरवरी को शातिरों ने पटना में बेल्ट्रॉन की फर्जी वेबसाइट बना कर नौकरी का विज्ञापन निकाला और ठगी की कोशिश की. जालसाजों ने असली वेबसाइट से मिलते-जुलते तथ्यों को डाल दिया था. मामले की जानकारी होने के बाद बेल्ट्रॉन प्रशासन ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ में शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.