पटना. परिवहन विभाग के चलंत दस्ता सिपाही व बिहार होमगार्ड में चालक की परीक्षा में धांधली के बाद बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में भी बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है.
सोमवार से गर्दनीबाग इंटर कॉलेज में सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों के शारीरिक परीक्षण के लिए फिजिकल टेस्ट व कागजों का सत्यापन शुरू किया गया है.
सत्यापन के दौरान सात अभ्यर्थी ऐसे निकले जिनके बायोमीटरिक, फोटो और फिंगर प्रिंट मिलान में अलग-अलग पाये गये. इस मामले की छानबीन में पता चला कि शारीरिक परीक्षा के दौरान मौजूद इन सातों अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा किसी और ने दी थी.
पहले दिन कुल 622 पुरुष अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया था, जिसमें 529 अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे.
पुलिस जांच में पता चला कि सात अभ्यर्थियों ने खुद की जगह पेपर सॉल्वर बैठा कर सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा पास की. इस फर्जीवाड़े का पता चलते ही पुलिस भर्ती महकमे में हड़कंप मच गया.
गर्दनीबाग थाने के प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि केंद्रीय चयन परिषद के विशेष कार्य पदाधिकारी के निर्देश पर इन सभी आरोपितों के खिलाफ गर्दनीबाग थाने में फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आज बेऊर जेल भेज दिया जायेगा.
पकड़े गये अभ्यर्थियों में मुंगेर जिले के अविनाश कुमार, भागलपुर के चंदन कुमार, मधुबनी के रमेश कुमार, सुपौल के अमित कुमार, मधुबनी के अभिषेक कुमार, अमित कुमार रोहतास और जहानाबाद के इशू कुमार शामिल हैं.
पुलिस अब उन लोगों की तलाश में जुट गयी है, जिनके इशारे पर ये पूरा गैंग काम कर रहा था. इस गिरोह के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है.
क्राइम ब्रांच बड़े पैमाने पर पैसे लेकर भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का गोरखधंधा करने वालों की तलाश में जुट गया है.
आरोपितों से पूछताछ में सॉल्वर गैंग के जिन लोगों के नाम सामने आये हैं, उनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है.
यहां बता दें कि 10 दिन के अंदर परिवहन विभाग के चलंत दस्ता सिपाही व बिहार होमगार्ड में चालक की परीक्षा में धांधली करने वाले करीब 75 से अधिक अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
Posted by Ashish Jha