Sarkari Naukri: बिहार में 2062 नये दारोगा को 14 से 25 जनवरी तक दिया जायेगा नियुक्ति पत्र, आदेश जारी

पुलिस मुख्यालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. इन सभी दारोगा को कहा गया है कि वे नियुक्ति पत्र लेने के लिए सभी अभ्यर्थियों को अपना चयनपत्र, पहचान-पत्र, फोटो और सभी मूल प्रमाण-पत्र को 14 जनवरी के पहले संबंधित डीआइजी कार्यालय में जमा करना होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2022 10:20 AM

बिहार में हाल में बहाल हुए 2062 नव नियुक्त दारोगा और 215 अवर निरीक्षक (परिचारी) के पद पर नियुक्त हुए सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया जायेगा. 14 से 25 जनवरी तक सभी डीआइजी के कार्यालयों में इन सभी नवनियुक्त दारोगा को नियुक्ति-पत्र दिया जायेगा. जिन दारोगा का घर जिस डीआइजी के क्षेत्र में पड़ेगा, उन्हें वहां पहुंच कर निर्धारित तारीख के बीच जाकर नियुक्ति पत्र प्राप्त करना होगा. इसके बाद उन्हें यह जानकारी दी जायेगी कि उन्हें कहां जाकर ज्वाइन करना है.

पुलिस मुख्यालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. इन सभी दारोगा को कहा गया है कि वे नियुक्ति पत्र लेने के लिए सभी अभ्यर्थियों को अपना चयनपत्र, पहचान-पत्र, फोटो और सभी मूल प्रमाण-पत्र को 14 जनवरी के पहले संबंधित डीआइजी कार्यालय में जमा करना होगा. इसके बाद निर्धारित तारीख के बीच अभ्यर्थियों को चिकित्सीय परीक्षण, चरित्र प्रमाण-पत्र समेत अन्य सभी दस्तावेजों का सत्यापन समेत अन्य कार्यवायी पूरी की जायेगी. इसके बाद निर्धारित तारीख के बीच इन्हें नियुक्ति पत्र वितरित किये जायेंगे. कोरोना को देखते हुए इस बार यह व्यवस्था की गयी है.

रिलीविंग आदेश पर रोक लगाने को सीएम से अनुरोध

पटना. बिहार पुलिस एसोसिएशन ने कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस पदाधिकारियों के तबादले के आदेश पर तत्काल रोक लगाने की मांग है. इसके लिए बिहार पुलिस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य सचिव आमीर सुबहानी और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को पत्र लिखा है. पत्र में पुलिस पदाधिकारियों के तबादले पर विचार करने का आग्रह किया गया है.

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एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण पुलिसकर्मियों में असुरक्षा का भाव उत्पन्न हो गया है. कोविड महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान जनता की सुरक्षा एवं दिन-रात विधि व्यवस्था ड्यूटी में तैनात रहने के दौरान काफी संख्या में गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित हुए थे. उस दौरान समुचित इलाज के अभाव में जान गंवाये पुलिस कर्मियों को लेकर पुलिस बल के मनोबल पर गहरा प्रभाव पड़ा है.

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