Sarkari Naukri: बिहार में नौकरी की बहार, अगले साल 17 हजार से अधिक पदों पर होगी नियुक्ति
Bihar Sarkari Naukri: बिहार में नौकरी की बहार आनेवाली है. इसमें 7300 पद ऐसे हैं, जिनकी परीक्षा या काउंसेलिंग हो चुकी है. लेकिन, किसी वजह से अब तक रिजल्ट नहीं निकल सका है.
पटना. अगले साल बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग और बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा 17 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति होगी. इनमें 7300 पद ऐसे हैं, जिनकी परीक्षा या काउंसेलिंग हो चुकी है. लेकिन, किसी वजह से अब तक रिजल्ट नहीं निकल सका है.
वहीं, लगभग 5100 पद ऐसे हैं, जिनका विज्ञापन निकल चुका है, लेकिन परीक्षा या काउंसेलिंग अभी नहीं हुई है. पांच हजार पद नये हैं और अगले वर्ष इनके विज्ञापन से लेकर परीक्षा और काउंसेलिंग तक की प्रक्रिया पूरी होगी.
बीटीएससी के माध्यम से मिलनेवाली नौकरी
बिहार तकनीकी सेवा आयोग ने इस वर्ष की शुरुआत में जेइ नियुक्ति के लिए काउंसेलिंग की. रिजल्ट तैयार भी हो गया, लेकिन कोर्ट में मामला लंबित होने से रिजल्ट नहीं निकाल सका है और इसके अगले वर्ष ही निकलने की संभावना है. इसके अंतर्गत अलग अलग विभागों में लगभग 6300 सिविल, इलेक्ट्रिकल और मेकैनिकल जूनियर इंजीनियरों की नियुक्ति होने वाली है.
इसके साथ ही मत्स्य प्रसार अधिकारी की काउंसेलिंग 16 से 20 दिसंबर के बीच हुई है, जबकि 20 दिसंबर तक मत्स्य विकास अधिकारी की काउंसेलिंग का आयोजन किया जा रहा है. यह 24 दिसंबर तक चलेगी. इससे पहले 10 से 16 दिसंबर तक ऑफ्थेल्मिक असिस्टेंट की नियुक्ति के लिए भी काउंसेलिंग हो चुकी है, जिसका रिजल्ट अगले वर्ष निकलेगा. करीब चार हजार आयुष डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए भी बिहार तकनीकी सेवा आयोग ने विज्ञापन निकाला है. इसके लिए अगले वर्ष काउंसेलिंग होगी और रिजल्ट भी आयेगा.
बीपीएससी के माध्यम से मिलनेवाली नौकरी
बिहार लोक सेवा आयोग 67वीं संयुक्त परीक्षा अगले वर्ष फरवरी या उसके बाद लेगा. इससे 794 पदों पर नियुक्ति होनी है. इसके साथ ही असिस्टेंट इंजीनियर की परीक्षा भी अगले वर्ष 26 और 27 मार्च को होगी.
बीएसएससी के माध्यम से मिलनेवाली नौकरी
बीएसएससी द्वितीय इंटर स्तरीय परीक्षा का विज्ञापन अगले वर्ष जनवरी में निकालेगा. इसमें तीन हजार रिक्तियां आने की संभावना है, जिनमें लगभग ढाई हजार रिक्तियां आयोग को मिल चुकी हैं. तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा का विज्ञापन भी अगले वर्ष की शुरुआत में ही आने वाला है और इसमें भी लगभग दो हजार रिक्तियां रहने की संभावना है, जिनमें से लगभग डेढ़ हजार रिक्तियां आयोग के पास पहुंच चुकी हैं.