Loading election data...

बिहार में बेहतर मध्याह्न भोजन के लिए 621 पदों पर होगी बहाली, नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी

मध्याह्न भोजन निदेशालय के मुताबिक इससे पहले प्रखंड साधन सेवियों के 534 पद पहले से सृजित हैं. इसमें 87 पद खाली हैं. उन्हें भी भरने का निर्णय लिया गया है. इस तरह प्रदेश में 621 प्रखंड साधन सेवियों की नियुक्ति होने जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 13, 2023 12:43 AM

पटना. शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन वितरण प्रबंधन को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रखंड साधन सेवियों के 534 नये पद सृजित किये हैं. इसके अलावा पहले से रिक्त चल रहे 87 पदों पर नियुक्ति करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय राज्य की मध्याह्न भोजन समिति की कार्यकारिणी की बैठक लिया गया है. इसकी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के लिए आदेश जारी कर दिये गये हैं.

मध्याह्न भोजन निदेशालय के मुताबिक इससे पहले प्रखंड साधन सेवियों के 534 पद पहले से सृजित हैं. इसमें 87 पद खाली हैं. उन्हें भी भरने का निर्णय लिया गया है. इस तरह प्रदेश में 621 प्रखंड साधन सेवियों की नियुक्ति होने जा रही है. इस तरह अब राज्य के प्रत्येक प्रखंड में दो साधन सेवी हो जायेंगे. यह नियुक्तियां एक माह में पूरी कर ली जायेंगी.

स्कूलों में भ्रमण के लिए प्रतिदिन मिलेगा 100 रुपया 

मध्याह्न भोजन समिति ने प्रखंड साधन सेवियों को स्कूलों में भ्रमण करने के लिए 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिया जायेगा. यह पैसा वाहन में ईंधन भराने के लिए भत्ते के रूप में दी जायेगी. बिहार में मध्याह्न भोजन का प्रबंधन और गुणवत्ता देखने के लिए प्रखंड साधन सेवियों की नियुक्ति की जाती है. स्कूल भ्रमण के लिए अभी तक इन्हें वाहन भत्ता नहीं मिलता था. यह भत्ता कार्यदिवस में भ्रमण के लिए दिया जायेगा. फिलहाल यह सभी नियुक्तियां आउट सोर्स सिस्टम से की जायेंगी.

केंद्र से मांगी जाएगी राशि 

जानकारी के मुताबिक मध्याह्न भोजन की विभिन्न योजनाओं को प्रभाावी तौर पर लागू करने के लिए केंद्र से और राशि की मांग करने पर भी सहमति बनी. मालुम हो कि बिहार मध्याह्न भोजन योजना का वार्षिक बजट करीब दो हजार करोड़ रुपये का है.

मध्याह्न भोजन प्रबंधन को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए प्रखंड साधन सेवियों के 534 नये पद सृजित करने का निर्णय लिया गया है. इन प्रखंड साधन सेवियो को सौ रुपये प्रति दिन वाहन भत्ते के रूप में दिये जायेंगे. अभी तक उन्हें यह राशि नहीं मिलती थी. इनकी नियुक्ति के लिए कह दिया गया है. निदेशालय सरकार की मंशा के मुताबिक मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता सुधारने और भी ठोस कदम उठा रहा है. मिथिलेश मिश्र, निदेशक, मध्याह्न भोजन निदेशालय बिहार

Next Article

Exit mobile version