Sarkari Naukri के नाम पर फर्जीवाड़ा, आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती का विज्ञापन निकला नकली, हजारों युवाओं बने शिकार

Sarkari Naukri के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. बताया जा रहा है कि गया में टेक्निकल सेल व आरपीएफ की टीम ने रविवार को वजीरगंज प्रखंड के तिलोरी गांव में छापेमारी कर अलग-अलग वेबसाइट बनाकर आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती का फर्जी विज्ञापन पोस्ट करनेवाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2023 9:30 PM

Sarkari Naukri के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, बताया जा रहा है कि गया में टेक्निकल सेल व आरपीएफ की टीम ने रविवार को वजीरगंज प्रखंड के तिलोरी गांव में छापेमारी कर अलग-अलग वेबसाइट बनाकर आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती का फर्जी विज्ञापन पोस्ट करनेवाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक की पहचान वजीरगंज प्रखंड के तिलोरी गांव निवासी रवींद्र प्रसाद के पुत्र कुंदन कुमार व उपेंद्र प्रसाद के पुत्र सोनू कुमार के रूप में की गयी है. इस संबंध में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त (सीनियर कमांडेंट) जेथीन बी राज ने बताया कि सूचना मिली कि कुछ साइबर अपराधियों ने वेबसाइट बनाकर आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती का फर्जी विज्ञापन डाला है. इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित की गयी.

वजीरगंज प्रखंड में छापेमारी की गयी

टीम में टेक्निकल सेल व आरपीएफ के अधिकारी व जवान शामिल हुए. टीम गठित होने के बाद वजीरगंज प्रखंड के तिलोरी गांव में छापेमारी की गयी. इस दौरान एक घर के एक कमरे में दो युवकों को मोबाइल व लैपटॉप पर काम करते देखा गया. पूछताछ के दौरान दोनों युवकों के पास मोबाइल और लैपटॉप को चेक करने पर युवकों द्वारा बनाये गये व्हाट्सएप, टेलीग्राम और वेबसाइट के माध्यम से आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के फर्जी विज्ञापन पोस्ट किया गया पाया गया. वहीं टेलीग्राम एप को चेक करने पर चैनल एजुकेशन की दुनिया का प्रोमोटर व एडमिन पाया गया. इसके बाद दोनों युवकों को गिरफ्तार पर विशेष पूछताछ की गयी. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

वेबसाइट पर व्यूज बढ़ाने के लिए डालते थे फर्जी विज्ञापन

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार युवकों ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि इस वेबसाइट के माध्यम से अपने व्यूअर को बढ़ाकर डॉलर में पैसे कमाते हैं और इस तरह के फर्जी विज्ञापन से व्यूअर ज्यादा देर तक वेबसाइट पर रुकते हैं. इससे हमें पैसे मिलते हैं. यह काम वर्ष 2019 से कर रहे हैं. वहीं आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के फर्जी विज्ञापन वेबसाइट पर पोस्ट किया था. इस पोस्ट करने के बाद यूपीआइ के माध्यम से पैसा कमाने का समय आ गया था. इधर, फर्जी विज्ञापन प्रकाशित किये जाने के अपराध में आइटी अधिनियम का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर वजीरगंज थाना द्वारा गया को सुपुर्द किया गया. उपनिरीक्षक जावेद इकबाल की लिखित शिकायत पर वजीरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.

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