बिहार के सासाराम में मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित मुरादाबाद नहर में शनिवार की सुबह नोटों के बंडल (Note bundle in sasaram) होने की सूचना पर लोगों में उन्हें लूटने की आपाधापी मच गयी. कीचड़ सने पानी में लोग घंटों नोटों के बंडल खोजते रहे. जिसे जो हाथ लगा, लेता गया. जैसे-जैसे इसकी जानकारी आसपास के लोगों को होती गयी और भीड़ बढ़ती गयी. हालांकि, दोपहर तक पुलिस इसे अफवाह ही कहती रही. लेकिन कई लोग नोटों के बंडल हाथ, तो कुछ लोग अपनी पैंट की पोटली बना कर ले जाते देखे गये. इनमें 200, 100, 50 और 10 रुपये के नोटों के बंडल नजर आये.
जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह शहर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में मुरादाबाद मुहल्ले के समीप नहर में नोटों के बंडल होने की खबर सुन ग्रामीण नहर की ओर दौड़ पडे. किसी ने पैंट की पोटली बनायी, कोई दौड़ कर घर से थैला ले आया. कीचड़ सने पानी में युवा, वृद्ध, महिला, बच्चे उतर पड़े. जिनके हाथ जो बंडल लगे, लेते गये. नोटों के बंडल को बटोरने का वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. हालांकि, प्रभात खबर वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन, जो दृश्य था, उसे लोगों ने सही कहा.
जानकारों के अनुसार, कई लोगों के हाथ 10 रुपये, तो कई के हाथ 20 रुपये के नोटों के बंडल लगे. नहर में 10 रुपये से लेकर दो सौ रुपये तक के नोटों के बंडल थे. पता चला है कि कुछ लोग शनिवार की सुबह नहर में स्नान कर रहे थे, तभी उन्हें नोटों के बंडल नहर में ठहरे हुए पानी में उतारते नजर आये. नोटों के बंडल कपड़े में बंधे थे. नहर में नोटों के बंडल की खबर देखते ही देखते पूरे इलाके में आग की तरह फैल गयी. इसके बाद वहां काफी भीड़ जुट गयी. लोग नोटों के बंडल लेने के लिए नहर में छलांग लगाने लगे.
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लोगों को नोट के बंडल जैसे मिलता गया, वैसे- वैसे लोग लेकर भागते नजर आये. लोग मछलियों की तरह नहर से नोटों की गड्डियां छानते दिखे. बदबूदार पानी और कीचड़ की नोट बटोरने वालों को परवाह नहीं थी. वे तो बस नोट खोजने में लगे रहे. नोट उगलती नहर की चर्चा पूरे जिले में हो रही है. लेकिन, पुलिस इसे अफवाह बताती रही. इस संबंध में मुफस्सिल थानाध्यक्ष रिजवान अहमद खान ने कहा कि नहर में नोटों के बंडल मिलने की सूचना मिली है. जांच की जा रही है. रुपये किसके हैं ? कहां से आये? जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है.
मुरादाबाद नहर में नोटों के बंडल कहां से आये? किसके हैं? इसकी शहर में चर्चा होती रही. नहर में नोटों का बंडल किसने फेंका? यह खेल किसी अपराधी का है या फिर कोई अवैध कमाई करने वाले का? ये नोटों के बंडल किसी माफिया के तो नहीं? यह जांच का विषय है.
लोग कयास लगा रहे हैं कि 10 से दो सौ रुपये के जिस तरह बंडल बनाये गये थे, वैसे अधिकतर बैंकों में बनाये जाते हैं. रबर के बाद रस्सी से बंडल बनाये गये थे. ये नोट किसी बैंक डकैती के हो सकते हैं, जो पुलिस से पकड़े जाने के भय से नहर में फेंक दिये गये थे. या फिर काली कमाई वालों के हो सकते है, जो कानून की पकड़ में आने से बचने के लिए नहर में फेंक आये? बहरहाल, जांच के बाद ही खुलासा हो पायेगा कि नहर में नोटों का बंडल कैसे पहुंचा.