जिले के 10 और भूमिहीन स्कूल हो जायेंगे विलुप्त

भूमिहीन जिले के 10 स्कूल और विलुप्त हो जायेंगे. इन्हें मर्ज करने की कवायद शुरू हो गयी है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन स्कूलों के यू-डायस कोड को खत्म कर मर्ज करने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने राज्य स्तर के लिए फाइल बढ़ा दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 10:14 PM

मो. आरिफ खान, सासाराम ऑफिस. भूमिहीन जिले के 10 स्कूल और विलुप्त हो जायेंगे. इन्हें मर्ज करने की कवायद शुरू हो गयी है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन स्कूलों के यू-डायस कोड को खत्म कर मर्ज करने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने राज्य स्तर के लिए फाइल बढ़ा दी है. राज्य स्तर से आदेश प्राप्त होते ही चेनारी, काराकाट, नासरीगंज, शिवसागर व सासाराम प्रखंड के करीब 10 स्कूलों को मर्ज कर दिया जायेगा. सूत्रों की मानें, तो इन 10 स्कूलों में चेनारी प्रखंड से मूल विद्यालय प्राथमिक विद्यालय चेनारी में संचालित उर्दू कन्या प्राथमिक विद्यालय चेनारी, काराकाट प्रखंड से मूल विद्यालय उर्दू प्राथमिक विद्यालय रामपुर भरेथा में संचालित प्राथमिक विद्यालय टढ़वा रामपुर भरेथा, मध्य विद्यालय बाराडीह में संचालित प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर, नासरीगंज प्रखंड से उर्दू मध्य विद्यालय नासरीगंज में संचालित नव. प्राथमिक विद्यालय नासरीगंज वार्ड टू, शिवसागर प्रखंड से मध्य विद्यालय सेनुआर में संचालित न्यू प्राथमिक विद्यालय बरेवां तथा सासाराम प्रखंड से मध्य विद्यालय गुरुमुखी में संचालित प्राथमिक विद्यालय बालबोधनी, प्राथमिक विद्यालय लश्करीगंज, श्री गुरुचरन राम लछुमन राम माध्यमिक बालिका विद्यालय आलमगंज में संचालित प्राथमिक विद्यालय हेतिमपुर चलनियां, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय गांधीपथ सासाराम में संचालित तलत उर्दू मध्य विद्यालय कबीरगंज व उर्दू मध्य विद्यालय नजीरिया का नाम राज्य स्तर पर भेजा गया है. उक्त स्कूलों में करीब 40 से 293 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं. कई साल से उक्त 10 भूमिहीन व भवनहीन स्कूलों के लिए भूमि की तलाश की जा रही थी. लेकिन, काफी दिनों बाद भी भवन बनाने के लिए जमीन नहीं मिलने के कारण इन स्कूलों को संविलियन (मर्ज) कर दिया जायेगा. मर्ज होने के बाद अब यह स्कूल संबद्ध (टैग) किये गये मूल विद्यालय के नाम से जाने जायेंगे. यही नहीं, बच्चे व शिक्षक भी टैग वाले स्कूल के ही हो जायेंगे. छात्रों के अनुपात से अधिक शिक्षक व कर्मी होने पर उन्हें दूसरे स्कूलों में भेज दिया जायेगा. इस संबंध में सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ राघवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अब तक 67 स्कूलों को मर्ज किया जा चुका है. 10 स्कूलों को मर्ज करने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है. प्राप्त निर्देश के आलोक में कार्य होगा.

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