रोहतास व कैमूर के 200 गांवों को मिलेगी बिजली
वर्ष 2005 से रोहतास व कैमूर जिले के वैसे गांव जहां बिजली नहीं पहुंची थी, मैं वहां बिजली पहुंचाने के कार्य में लगा हुआ था. इसका परिणाम रहा कि कैमूर व रोहतास जिले के करीब दो सौ गांवों में वर्ष 2017 में सोलर लगाने की की इजाजत मिली थी.
सासाराम ऑफिस. वर्ष 2005 से रोहतास व कैमूर जिले के वैसे गांव जहां बिजली नहीं पहुंची थी, मैं वहां बिजली पहुंचाने के कार्य में लगा हुआ था. इसका परिणाम रहा कि कैमूर व रोहतास जिले के करीब दो सौ गांवों में वर्ष 2017 में सोलर लगाने की की इजाजत मिली थी. लेकिन, वह बहुत सफल नहीं हुआ. कुछ दिन चल कर खराब हो गया. उनका एक्सटेंशन एक से डेढ़ साल के लिए और कराया, पर स्थायी रूप से बिजली व्यवस्था नहीं हो सकी. पर मैंने हार नहीं मानी. मैं स्थायी बिजली के लिए लगातार प्रयास करता रहा. आखिर पांच जून 2024 को भारत सरकार के निर्देश पर पीएमडी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राहुल द्विवेदी ने बिहार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (एनर्जी) को पत्र भेज कर स्थायी विद्युतीकरण का निर्देश दे दिया है. ये बातें स्थानीय परिसदन में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में चेनारी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललन पासवान ने कहीं. उन्होंने कहा कि जल्द ही टेंडर होगा. सभी 200 गांवों में बिजली की व्यवस्था होगी. इससे करीब 21644 घरों को लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि नौहट्टा व रोहतास प्रखंड की पिपरडीह पंचायत सहित अन्य पंचायतों के करीब 80 गांव हैं, जिन्हें इस विद्युतीकरण से लाभ पहुंचेगा. इनमें 24 रेवेन्यू गांव हैं. बाकी टोले हैं. उन्होंने कहा कि बिजली, सड़क से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. मौके पर विजय पासवान, राजनाथ उरांव, सुनील पासवान, दीपक चौबे, नरेंद्र पांडेय, अलीहसन मुखिया, जयशंकर तिवारी, पप्पू चौबे, विष्णु चौबे, अखिलेश तिवारी, साहेब पासवान, मदन पासवान, बंटी चौबे, वकील सिंह खरवार, हर पासवान, भोला कुमार, दिनेश पासवान, राजेश्वर कुशवाहा, अरुण चौबे, उमाशंकर सिंह, मनोज मुखिया, रामाधार सिंह, संतोष सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है