भू-सर्वेक्षण व बंदोबस्ती के लिए 429 अभ्यर्थ्यों को मिला नियोजन पत्र

जिले में एक बार फिर विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्ती का कार्य शुरू होगा. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को शहर के मल्टीपर्पस हॉल में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें नवनियुक्त विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन व लिपिक का नियोजन पत्र बांटा गया.

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 9:11 PM

सासाराम सदर. जिले में एक बार फिर विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्ती का कार्य शुरू होगा. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को शहर के मल्टीपर्पस हॉल में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें नवनियुक्त विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन व लिपिक का नियोजन पत्र बांटा गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिले के प्रभारी मंत्री जयंत राज सहित पूर्व मंत्री सह चेनारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक मुरारी गौतम, प्रभारी डीएम सह एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार, उपविकास आयुक्त विजय कुमार पांडेय, भू-अर्जन पदाधिकारी मो जफर आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के अंतर्गत नवनियुक्त 429 कर्मियों को नियोजन पत्र बांटा गया. इसमें 11 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, 25 कानूनगो, 30 अमीन व 365 लिपिकों के बीच नियोजन पत्र बांटा गया. इन सभी नवनियुक्त कर्मियों ने योगदान किया. इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमलोगों को खुशी हो रही है इस सरकार में पूरे राज्य में हर किसी को रोजगार व नौकरी दी जा रही है. इसी कड़ी में जिले में विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्ती से संबंधित कार्य के लिए विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्ती कार्यक्रम के तहत कुल 429 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन व लिपिक का नियोजन पत्र वितरण कर नौकरी दी गयी. हालांकि, भू-सर्वेक्षण व बंदोबस्त के लिए कुल 478 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, अमीन व लिपिक का नियोजन पत्र वितरण करना था. इसके आलोक में फिलहाल बुधवार को 429 कर्मियों ने योगदान किया.

भूमि सर्वेक्षण को लेकर जल्द होगी कार्ययोजना तैयार

विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्त का मुख्य उद्देश्य आधुनिक प्रौद्योगिकी की सहायता से डिजिटलाइज्ड ऑनलाइन अधिकार, अभिलेखों एवं मानचित्रों का संधारण, संरक्षण एवं अपडेशन की प्रक्रिया की निरंतरता को बनाये रखना है. इसके बाद बंदोबस्त प्रक्रिया अंतर्गत भूमि की प्रकृति एवं उपयोग के अनुसार रैयतवार लगान निर्धारण किया जाता है. इस संबंध में प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार के निर्देश के आलोक में भूमि सर्वेक्षण को लेकर जल्द ही कार्य योजना तैयार की जायेगी.

भूमि सर्वेक्षण के लिए यह होगी जरूरत

विभाग के नियमानुसार, शिविर में भू-धारियों को जमाबंदी संख्या का ब्योरा, मालगुजारी रसीद की कॉपी, खतियान की नकल (अगर उपलब्ध हो तो) दावाकृत भूमि से संबंधित दस्तावेज का ब्योरा व आधार कार्ड की काॅपी के साथ शिविर में उपस्थित होना पड़ता है. इसके अलावा आवश्यकतानुसार मृत जमाबंदी रैयत का मृत्यु प्रमाणपत्र और वंशावली प्रपत्र भी भरकर जमा करना होगा.

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