Bihar News: मिड डे मील में मिला चूहा और कपड़े का थैला, दो स्कूलों के हेडमास्टर निलंबित, रसोइया भी कार्यमुक्त
रोहतास जिले के दो स्कूलों के मध्यान भोजन में चूहा और कपड़े का थैला मिलने के मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है. विभाग ने दोनों स्कूल के प्राचार्य को निलंबित कर दिया है. एक प्राचार्य के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. इसके अलावा रसोइयों और एनजीओ पर भी गाज गिरी है.
Bihar News: रोहतास जिले के करगहर प्रखंड के उर्दू प्राथमिक विद्यालय सहुआर और मध्य विद्यालय जलालपुर में प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत तैयार मध्याह्न भोजन में कथित तौर पर चूहा और कपड़े से बंद पैकेट मिलने के मामले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. यह कार्रवाई दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, रसोइयों और आपूर्ति करने वाले एनजीओ पर की गई है.
एक प्राचार्य के खिलाफ एफआईआर
विभाग ने कार्रवाई करते हुए उर्दू प्राथमिक विद्यालय सहुआर के प्रभारी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है. साथ ही मध्य विद्यालय जलालपुर के प्रधानाध्यापक के खिलाफ गंभीर लापरवाही के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके अलावा दोनों विद्यालयों के रसोइयों को उनके पद से मुक्त कर दिया गया है और भोजन आपूर्ति करने वाली एनजीओ पर दो दिनों का करीब दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है और एएनजीओ के सभी कर्मियों को हटाने का दंड अधिरोपित किया है.
जांच के बाद की गई कार्रवाई
इसकी पुष्टि करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (पीएम पोषण योजना) रवींद्र कुमार ने बताया कि दोनों विद्यालयों के पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ बैठक कर जांच की गई तो दोनों विद्यालयों में हुई घटना के लिए इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व रसोइयों की लापरवाही तथा एनजीओ की उदासीनता को जिम्मेदार पाया गया. इसके बाद उर्दू प्राथमिक विद्यालय सहुआर के प्रभारी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है तथा रसोइया को हटाने की कार्रवाई की गई है. इसी तरह मध्य विद्यालय जलालपुर के प्रधानाध्यापक की गंभीर लापरवाही पाए जाने पर उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ ही प्राथमिकी दर्ज की गई है. दोनों विद्यालयों के सभी रसोइयों को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया गया है.
प्राथमिक विद्यालय सहुआर में अफसरों ने चखा भोजन
रविवार से उर्दू प्राथमिक विद्यालय सहुआर में एनजीओ से भोजन की आपूर्ति फिर शुरू हो गई. भोजन को सबसे पहले अधिकारियों ने चखा, उसके बाद बच्चों को परोसा गया. डीपीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि भोजन चाहे एनजीओ के केंद्रीयकृत किचन में बना हो या विद्यालय के किचन में बना हो. भोजन की सुरक्षा व गुणवत्ता के प्रति लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने और मध्याह्न भोजन के संचालन में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि अभिभावक भी समय-समय पर भोजन की जांच करते रहें. भोजन में कपड़े की पोटली में जहरीला पदार्थ मिलने की सूचना महज अफवाह है. सभी बच्चे स्वस्थ व सुरक्षित हैं.