Loading election data...

नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…

नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पाल की, जय कन्हैया लाल की, भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी जैसे मनोहरी गीतों से सोमवार की रात जिला गुंजायमान हो उठा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 26, 2024 9:36 PM

सासाराम ग्रामीण. झुमी-झुमी गावजा बधईया, बधईया गाव सोहर हो, आज कृष्णजी के भईले जनमवा जगत गाई सोहर हो.. ए ललना…, नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पाल की, जय कन्हैया लाल की, भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी जैसे मनोहरी गीतों से सोमवार की रात जिला गुंजायमान हो उठा. इसके साथ भगवान कृष्ण का भजन ही भजन सुनाई पड़ रहा था. अवसर था श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का. जिले में सोमवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनायी गयी. मंदिरों व ठाकुरबाड़ियों में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने को लेकर पूरे दिन लोग जुटे रहे. पूरे दिन चारों तरफ कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही. जैसे ही रात 12 बजे, वैसे ही सभी मंदिरों, ठाकुरबाड़ियों व घरों घंट, शंख व घडीयाल की गूंज सुनाई पड़ने लगी. मंदिर में काफी रौनक देखी गयी. श्रद्धालुओं ने व्रत रख भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना की. लड्डू गोपाल को दिनभर झूले में झुलाया गया. पर्व को लेकर शहर के मंदिरों में विशेष रूप तैयारी की गयी थी. बच्चों ने राधा-कृष्ण का रूप धरा. रात को 12 बजने से पहले ही श्रद्धालु मंदिरों में जुटने शुरू हो गये थे. जैसे ही रात के 12 बजे हरे कृष्णा-हरे कृष्णा, बाल गोपाल के जयकारों व शंख की ध्वनि से आसपास का वातावरण गूंज उठा. शहर के इस्कान मंदिर, सहित अन्य मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया.

108 तीर्थों के जल से हुआ ठाकुरजी का अभिषेक

शहर के चंद्रवंशी नगर स्थित इस्कॉन मंदिर में श्री जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य आयोजन हुआ. 108 तीर्थों के जल से भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया. भक्तों ने 56 प्रकार का भोग लगाकर श्रीकृष्ण को झूले पर झुलाया. इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का त्योहार पारंपरिक ढंग से मनाया गया. शृंगार आरती के बाद 56 तरह के भोग लगाये गये. इस दौरान कलाकारों ने भजनों के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया. भजन सुनकर भक्त झूम उठे. इस्कॉन के प्रबंधक ने कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्ति करनी चाहिए. श्रीकृष्ण जब खुश होते हैं तो भक्त के वश में हो जाते हैं.

कान्हा व राधा के परिधान में दिखे नन्हे बच्चे

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर नन्हे बच्चे विभिन्न प्रकार के परिधानों में दिखे. कोई राधा रानी के रूप में मटका लिये बच्चियां दिखीं, तो नन्हे बच्चों को भगवान कृष्ण की पोशाक में देखा गया. कई जगहों पर एक साथ बच्चों की टोली जुटी, जहां लोगों ने फोटोशूट किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version