सदर व डेहरी अनुमंडल अस्पताल को लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए किया जा रहा तैयार
सासाराम सदर अस्पताल एवं डेहरी अनुमंडल अस्पताल को लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए तैयार किया जा रहा है. इस लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए सदर अस्पताल सासाराम एवं डेहरी अनुमंडल अस्पताल के लेबर रूम और ओटी को बेहतर किया जा रहा है.
सासाराम ऑफिस. सासाराम सदर अस्पताल एवं डेहरी अनुमंडल अस्पताल को लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए तैयार किया जा रहा है. इस लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए सदर अस्पताल सासाराम एवं डेहरी अनुमंडल अस्पताल के लेबर रूम और ओटी को बेहतर किया जा रहा है. लक्ष्य सर्टिफिकेट मैटरनल हेल्थ के क्षेत्र में सदस्य अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल के साथ-साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी प्रदान किया जाता है. इसकी जानकारी देते हुए जिला कंसल्टेंट क्वालिटी इंश्योरेंस डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए सासाराम सदर अस्पताल एवं डेहरी अनुमंडल अस्पताल को तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए मैटरनल हेल्थ के तहत सिजेरियन डिलीवरी के लिए ओटी में बेहतर प्रबंधन एवं नॉर्मल डिलीवरी के लिए लेबर रूम में बेहतर प्रबंधन पर फोकस किया जाता है. इसके लिए सिजेरियन ऑपरेशन का ओटी एवं नॉर्मल डिलीवरी के लिए लेबर रूम में 24 घंटे सेवा उपलब्धता के साथ-साथ कॉम्प्लिकेशन डिलीवरी से निपटने के लिए बेहतर इंतजाम पर बल दिया जाता है. लेबर रूम के साथ-साथ ओटी में सभी इंस्ट्रूमेंट की उपलब्धता, साफ सफाई का बेहतर इंतजाम के अलावा मेडिकल वेस्ट की सुविधा पर भी विशेष फोकस किया जाता है.
तीन साल के लिए मिलता है प्रमाणपत्र
डॉ राजीव कुमार ने बताया कि सभी सुविधाओं से लैस ओटी एवं लेबर रूम के लिए मिलने वाला लक्ष्य सर्टिफिकेशन तीन साल के लिए वैध होता है. इस दौरान प्रत्येक साल राज्य स्तरीय टीम भ्रमण करके उन सभी सुविधाओं का जायजा लेती है, जिसके लिए सर्टिफिकेट प्रदान किये हैं. उन्होंने बताया कि सर्टिफिकेट के लिए आवश्यक मानदंडों में किसी प्रकार की कमी आती है तो उसकी प्रामाणिकता समाप्त कर दी जाती है.
मिल रहा बेहतर परिणाम
जिला कंसल्टेंट क्वालिटी इंश्योरेंस डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, पीएससी व एचडब्ल्यूसी को विभिन्न प्रकार के सुविधाओं के लिए कायाकल्प, लक्ष्य और एनकास जैसे सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते हैं और इन सर्टिफिकेट प्राप्ति के लिए जो अस्पतालों में सुविधा मुहैया कराई जा रही है या बदलाव किए जा रहे हैं. इससे लोगों को फायदा हो रहा है. बेहतर इंतजाम एवं सुविधा को देखकर लोग इलाज एवं प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल की तरफ रुख कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है