Bihar News: सासाराम सदर अस्पताल में होगी डीएनबी कोर्स की पढ़ाई, एमबीबीएस डॉक्टर बनेंगे स्पेशलिस्ट

Bihar News: बिहार के सासाराम मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल अब बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स बनाएगा. इसके लिए मेडिकल कॉलेज की तरह सदर अस्पताल में भी डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी.

By Anshuman Parashar | September 4, 2024 7:38 PM
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Bihar News: बिहार के सासाराम मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल अब बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स बनाएगा. इसके लिए मेडिकल कॉलेज की तरह सदर अस्पताल में भी डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी. जिसको लेकर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर इसकी मान्यता मिल गयी है. जिससे अब शिशु रोग में एमबीबीएस उत्तीर्ण अभ्यर्थी सदर अस्पताल में डीएनबी कोर्स कर शिशू स्पेशलिस्ट बन सकते हैं.

मान्यता प्राप्त आवेदनों पर हस्ताक्षर करा विभाग को दिया

फिलहाल, इसके लिए सरकार ने सदर अस्पताल में मात्र दो ही सीट आवंटित किये है, जहां पहले चरण तहत यहां पीडियाट्रिक्स कोर्स में चिकित्सकों की पढ़ाई होगी. जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इसी साल पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद है, जिसके लिए विभाग अग्रेतर कार्य करने में जुट गया है. इसी कड़ी में बुधवार को सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में पटना से पहुंचे पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट ऑफिसर अंजनी कुमार पाण्डेय तकनीकी सहायता प्रदान के लिए मान्यता प्राप्त आवेदनों पर हस्ताक्षर करा विभाग को समर्पित किया. मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार, डॉ इम्तियाज अहमद आदि उपस्थित थे.

हर महीने अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है

बता दें विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को देखते हुए सरकार ने सदर अस्पताल में उक्त कोर्स की पढ़ाई शुरू करने की पहल की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) में डिग्री तीन साल, जबकि डिप्लोमा दो साल का होता है. वहीं मान्यता मिलने से बिहार के अलावा दूसरे राज्यों के एमबीबीएस नीट पीजी क्वालिफाइ छात्र पढ़ने के लिए आयेंगे. सरकार की ओर से उन्हें कोर्स करने पर हर महीने अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है. स्नातकोत्तर डिग्री सभी उद्देश्यों (मेडिकल शिक्षण पदों पर नियुक्ति सहित) में मास्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस), डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (डीएम) और मास्टर ऑफ सर्जरी (एमसीएच) के बराबर है.

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डीएनबी की पढ़ाई शुरू होने से मरीजों को मिलेगा लाभ-

डीएनबी कोर्स की पढ़ाई से विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सदर अस्पताल को सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरर्स मिलेगें, जिससे मरीजों को फायदा मिलेगा. क्योंकि, अस्पताल प्रशासन के अनुसार, यहां अध्ययनरत चिकित्सक एमबीबीएस और नीट पीजी क्वालीफाई होंगे, जो अपनी सेवा पढ़ाई के साथ-साथ सदर अस्पताल में देंगे. इस तरह से कोर्स कर रहे डॉक्टर अपने पढ़ाई के साथ-साथ मरीजों का ईलाज भी करेंगे. जिससे सदर अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों से बेहतर इलाज करवा सकता है.

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