सफाई एजेंसी के समर्थन में उतरे सभापति, कर्मचारियों की नहीं है कमी
नगर की साफ-सफाई देखने लायक है. मेरे आने से पहले जो साफ-सफाई होती थी, उसकी तुलना करनी चाहिए. पहले दो सफाई मजदूर होते थे. अब प्रत्येक वार्ड में तीन से चार कर्मचारी लगते हैं.
बिक्रमगंज. नगर की साफ-सफाई देखने लायक है. मेरे आने से पहले जो साफ-सफाई होती थी, उसकी तुलना करनी चाहिए. पहले दो सफाई मजदूर होते थे. अब प्रत्येक वार्ड में तीन से चार कर्मचारी लगते हैं. इसके बावजूद कुछ लोग नगर पर्षद को बदनाम करना चाहते हैं, यह ठीक नहीं है. ये बातें सभापति मनोरंजन सिंह ने वार्ड 24 के पार्षद जसीम आलम उर्फ डब्लू खान के उन आरोपों पर प्रतिक्रिया स्वरूप कहीं, जब जसीम आलम ने कहा था कि नगर की सफाई नहीं होने के पीछे कुछ पार्षदों पर एजेंसी से कमीशन लेने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि कमीशन के चक्कर में कम कर्मचारियों को लगा कर सफाई करायी जा रही है. इसके कारण बेहतर सफाई नहीं हो पा रही है. सभापति के साथ वार्ड सात के पार्षद सैफ हुसैन, वार्ड चार के रामजी प्रसाद वैश्य, वार्ड 11 के अनवर फारूकी, सुधीर यादव, राजाबाबू, रवि रंजन उर्फ चुन्नू यादव, लड्डू सिंह, सुनील चौहान, अरुण कुमार, पप्पू सेठ, श्याम गुप्ता, कमलेश साह, शेरा खान आदि ने इस आरोप को मनगढ़ंत और बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि यह खेल पूर्व सभापति के इशारे पर नगर सरकार को बदनाम करने की नियत से किया जा रहा है, जिसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं. जबकि कर्मचारियों की कमी के बाबत कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव ने कहा था कि चुनाव कार्य के कारण कुछ सफाई मजदूरों को डेपुटेशन पर लगाया गया है. लेकिन, इससे सफाई प्रभावित नहीं है.
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