नालों की उड़ाही देखने उतरे डीएम, तो अस्पताल में भी शुरू हुई नाले की सफाई
शहर की सफाई व्यवस्था से डीएम संतुष्ट नहीं हैं. अगर ऐसा होता, तो वह बुधवार को शहर के नालों में बांस डालकर गाद नहीं मापते.
सासाराम नगर. शहर की सफाई व्यवस्था से डीएम संतुष्ट नहीं हैं. अगर ऐसा होता, तो वह बुधवार को शहर के नालों में बांस डालकर गाद नहीं मापते. मॉनसून कभी भी आ सकता है. लेकिन, इसके पूर्व की तैयारी धीमी है. नालों की ससमय उड़ाही नहीं हुई, तो मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति बन सकती है, जिससे जिलाधिकारी भलीभांति अवगत हैं और उनके निर्देश के बाद शहर में नाला उड़ाही की रफ्तार तेज हो गयी है. सदर अस्पताल परिसर में भी इस निर्देश का असर पड़ा है. प्रभारी सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने परिसर के अंदर के नालों की सफाई को लेकर पत्र निकाला है. हालांकि पत्र निकालने के एक दिन बाद ही सदर अस्पताल में नालों की सफाई शुरू हो गयी है. गुरुवार को मशीन से उन नालों की उड़ाही शुरू की गयी, जिसमें वर्षों से पानी की एक बूंद तक इधर से उधर नहीं गयी है. ये नाले मिट्टी से बंद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है