शहर में दो स्थानों पर सूखे पेड़ बने खतरनाक, डर के साये में लोग

शहर की गीता घाट कॉलोनी स्थित दुर्गावती जलाशय परियोजना के क्वार्टर नंबर इ-3 में आम का पेड़ सूख गया है और जमीन से जड़ छोड़ चुकी है. तेज हवा चल रही, है तो पेड़ हिल रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2024 10:14 PM
an image

सासाराम ग्रामीण. लोगों की जिंदगी पर मंडरा रहे खतरे को वन विभाग महसूस नहीं कर रहा है. वन विभाग की इस लापरवाही के कारण बड़ा हादसा हो सकता है. शहर की गीता घाट कॉलोनी स्थित दुर्गावती जलाशय परियोजना के क्वार्टर नंबर इ-3 में आम का पेड़ सूख गया है और जमीन से जड़ छोड़ चुकी है. तेज हवा चल रही, है तो पेड़ हिल रहा है. यदि उससे भी तेज हवा के साथ बारिश होने लगी, तो पेड़ जड़ से उखड़ कर सरकारी क्वार्टर पर भी गिर सकता है. क्वार्टर में रह रहे लोग परेशान हैं. इसकी सूचना क्वार्टर में रह रहे कर्मी ने वन विभाग को एक माह पूर्व ही दी थी. साथ ही सिंचाई विभाग ने वन विभाग को पेड़ को काटने के लिए अनुमति के लिए पत्र भी लिखा है. लेकिन, वन विभाग के अधिकारी इस पर कोई पहल अब तक नहीं कर सके हैं. इससे क्वार्टर में रह रहे लोग बारिश व तेज हवा चलने के दौरान सशंकित रहते हैं कि कहीं पेड़ उखड़ कर क्वार्टर की छत पर गिर न जाये. उसी प्रकार फजलगंज गैस एजेंसी के सामने नीम के पेड़ की जमीन से जड़ छोड़ दी है और पेड़ बीच से फट भी गया है. इसके कारण कभी भी पेड़ सटे हुए घर या फिर सड़क पर गिर सकता है. इससे कोई बड़ा हादसा हो सकता है. आसपास के लोगों ने इसकी लिखित सूचना वन विभाग को दी है. लेकिन, विभाग के द्वारा किसी प्रकार की पहल अब तक नहीं की जा सका है. इस संबंध में डीएफओ मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि कि दोनों पेड़ों की कटाई से संबंधित यदि शिकायत या फिर किसी प्रकार का पत्र आया होगा, तो उसकी जांच रेंज ऑफिसर के द्वारा करायी जायेगी. यदि उन सूखे पेड़ों से समस्या उत्पन्न होने की आशंका दिखाई देगी, तो उन पेड़ों की कटाई जरूर करायी जायेगी. लोगों की जिंदगी पर मंडरा रहे खतरे को वन विभाग महसूस नहीं कर रहा है. वन विभाग की इस लापरवाही के कारण बड़ा हादसा हो सकता है. शहर की गीता घाट कॉलोनी स्थित दुर्गावती जलाशय परियोजना के क्वार्टर नंबर इ-3 में आम का पेड़ सूख गया है और जमीन से जड़ छोड़ चुकी है. तेज हवा चल रही, है तो पेड़ हिल रहा है. यदि उससे भी तेज हवा के साथ बारिश होने लगी, तो पेड़ जड़ से उखड़ कर सरकारी क्वार्टर पर भी गिर सकता है. क्वार्टर में रह रहे लोग परेशान हैं. इसकी सूचना क्वार्टर में रह रहे कर्मी ने वन विभाग को एक माह पूर्व ही दी थी. साथ ही सिंचाई विभाग ने वन विभाग को पेड़ को काटने के लिए अनुमति के लिए पत्र भी लिखा है. लेकिन, वन विभाग के अधिकारी इस पर कोई पहल अब तक नहीं कर सके हैं. इससे क्वार्टर में रह रहे लोग बारिश व तेज हवा चलने के दौरान सशंकित रहते हैं कि कहीं पेड़ उखड़ कर क्वार्टर की छत पर गिर न जाये. उसी प्रकार फजलगंज गैस एजेंसी के सामने नीम के पेड़ की जमीन से जड़ छोड़ दी है और पेड़ बीच से फट भी गया है. इसके कारण कभी भी पेड़ सटे हुए घर या फिर सड़क पर गिर सकता है. इससे कोई बड़ा हादसा हो सकता है. आसपास के लोगों ने इसकी लिखित सूचना वन विभाग को दी है. लेकिन, विभाग के द्वारा किसी प्रकार की पहल अब तक नहीं की जा सका है. इस संबंध में डीएफओ मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि कि दोनों पेड़ों की कटाई से संबंधित यदि शिकायत या फिर किसी प्रकार का पत्र आया होगा, तो उसकी जांच रेंज ऑफिसर के द्वारा करायी जायेगी. यदि उन सूखे पेड़ों से समस्या उत्पन्न होने की आशंका दिखाई देगी, तो उन पेड़ों की कटाई जरूर करायी जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version