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Durga Puja 2024: सासाराम में 75 फुट ऊंचे और 85 फुट चौड़े भव्य पंडाल में विराजेंगी मां दुर्गा, दिखेगा वृंदावन के प्रेम मंदिर की झलक

Durga Puja 2024: सासाराम में इस बार कुछ अलग पूजा पंडाल की तैयारी चल रही है. काली कला मंदिर पूजा समिति पाली के तत्वावधान में पूजा पंडाल की तैयारी में वृंदावन के प्रेम मंदिर का नजारा दिखेगा. इसके लिए विभिन्न प्रकार के साज सजा का इंतजाम किया जा रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | September 16, 2024 5:30 AM

Durga Puja 2024: सासाराम के डेहरी सदर में बड़े-बड़े शहरों के प्राचीन मंदिर और इमारत के तर्ज पर डेहरी शहर में भी पूजा पंडाल की तैयारी हो रही है. इस बार शहर के जय मां शोणाक्षी देवी काली मंदिर पाली रेलवे ओवरब्रिज गुमटी के पास कुछ अलग पूजा पंडाल की तैयारी चल रही है. काली कला मंदिर पूजा समिति पाली के तत्वावधान में पूजा पंडाल की तैयारी में वृंदावन के प्रेम मंदिर का नजारा दिखेगा. पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ लगनू सिंह ने बताया कि 10 दिन पहले से पूजा पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है. इसकी तैयारी के लिए बंगाल से आये कारीगर दिन रात मेहनत कर रहे हैं. पूजा पंडाल की ऊंचाई 75 फुट और चौड़ाई 85 फुट के निर्माण कार्य में करीब लाखों रुपये खर्च हैं. इसके लिए समिति के सभी सदस्य चंदा इकट्ठा कर रहे है. पूजा पंडाल का निर्माण वृंदावन के प्रेम मंदिर के तर्ज पर किया जा रहा है. इसके लिए विभिन्न प्रकार के साज सजा का इंतजाम किया जा रहा है.

पूजा पंडाल होगा आकर्षण का केंद्र

इसके निर्माण के बाद ऐसा लगेगा कि सही में डेहरी शहर के पाली स्थित प्राचीन जय मां शोणाक्षी देवी काली मंदिर के पास वृंदावन के प्रेम मंदिर आ गया है. इसके लिए विभिन्न प्रकार की रंग बिरंगी लाइट, फूलमाला, बड़े डेकोरेशन की व्यवस्था की गयी है. इसकी रोशनी से पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र होगा. पूजा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि पूजा पंडाल के ऊपरी तल पर पांच गुंबद लगेंगे. इसमें सबसे बड़े गुंबद की ऊंचाई 20 फुट होगा. इस पर कलश और झंडा प्रतीक चिह्न के रूप में स्थापित होगा. पूजा पंडाल के बीच में 20 फुट ऊंचाई और 30 फुट चौड़ाई का दुर्गा पंडाल बनेगा. इसके घेरे में सात फुट की मां दुर्गा की प्रतिमा के अलावा अन्य देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित होगी. जहां फूलमाला और रंग बिरंगे लाइट से सजाया जायेगा. वहीं, पूजा स्थल पर कलश स्थापना के साथ आचार्य द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण से विधिवत पूजा पाठ शुरू किया जायेगा. इसे पूरे इलाके भक्तिमय बन जायेगा. उन्होंने बताया कि उक्त स्थल पर प्राचीन जय मां शोणाक्षी देवी काली मंदिर है. जहां पूर्वजों से चैत व शारदीय नवरात्र और अन्य पर्व त्योहारों में पूजा-अर्चना होती है.

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यहां होती है श्रद्धालुओं की भीड़

काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है. मंदिर में हमेशा भजन कीर्तन होते रहता है. काली मंदिर के पीछे विशाल नीम का पेड़ है. जहां मां शोणाक्षी देवी काली माता की दया कृपा हमेशा बरसता है. यहां श्रद्धालुओं की सभी मन्नतें पूरी होती है. उन्होंने बताया कि उक्त स्थल पर पिछले 58 वर्षों से दुर्गा पूजा कराया जा रहा है. यहां दूर दराज के गांवों से लोग मां शोणाक्षी देवी काली मंदिर सहित दुर्गा पूजा पंडाल के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. पूजा पंडाल के निर्माण में मिलन टेंट के बाबू भाई, मनुलाल, संजय चौधरी, शंकर सिंह, रवि चौधरी, राजा चौधरी, पिंटू यादव दिनेश्वर सिंह, संजय सिंह, देवानंद सिंह, हीरालाल सिंह, छोटन यादव, वीरेंद्र चौधरी, अरुण पटेल, हाकिम यादव, मुन्ना कुमार, कृष्णा चौधरी, प्रदीप चौधरी, भोला यादव, सिपु चौधरी, अमित कुमार, सहित सभी लोग सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.

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