गेहूं की पूरी फसल कटने तक किसान खेतों में नहीं चलाएं स्ट्रॉ रीपर
जिले में किसान कटनी के तुरंत बाद खेतों में स्ट्रॉ रीपर मशीन (भूसा बनाने वाली मशीन) चला रहे हैं. इस मशीन से निकली चिंगारी से खेतों में अगलगी की घटनाएं बढ़ रही हैं.
सासाराम ग्रामीण. जिले में 25 फीसदी से अधिक गेहूं की कटनी हो चुकी है. लेकिन, किसान कटनी के तुरंत बाद खेतों में स्ट्रॉ रीपर मशीन (भूसा बनाने वाली मशीन) चला रहे हैं. इस मशीन से निकली चिंगारी से खेतों में अगलगी की घटनाएं बढ़ रही हैं. विगत शुक्रवार को स्ट्रॉ रीपर से ही कोचस व करगहर प्रखंड में करीब 150 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी. इसको लेकर जिले के किसानों ने कहा कि सभी किसानों को सबके हित के बारे में सोचना चाहिए. एक छोटी सी गलती के कारण चार महीने की मेहनत आग में जल जाये, तो यह अच्छी बात नहीं है. किसान नवल किशोर तिवारी, संजय कुमार, संजीव पांडेय व अमरनाथ सिंह ने कहा कि गेहूं की फसल की कटाई तेजी से चल रही है. भूसा बनाने के लिए किसान इतनी तत्परता क्यों दिखा रहे हैं. सभी किसानों को थोड़ा सब्र करना चाहिए, क्योंकि एक किसान की गलती के कारण आग की लपटों में सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल समाहित हो जा रही है. वहीं, कृषि यंत्रीकरण के सहायक निदेशक डॉ दीपक कुमार ने बताया कि स्ट्रॉ रीपर मशीन से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. इसको लेकर विभाग के द्वारा निर्देश जारी होगा. इस मामले पर विचार नहीं होगा, तो खेतों में ही गेहूं की फसल राख हो जायेगी. साथ ही किसानों का मुनाफा राख बनकर कर हवा में उड़ जायेगा.