डेयरी फार्म में लगी आग, तीन गाय, चार बकरी, एक बछड़े की मौत
प्रखंड की खैराभूधर पंचायत के करमैनी गांव में स्थित एक डेयरी फार्म में आग लगने से भारी आर्थिक क्षति हुई है. फार्म के मालिक संतोष कुमार ने बताया कि रौनी के बधार में लगी आग देखते ही देखते उनके फार्म तक पहुंच गयी और पल भर में ही सब कुछ खत्म हो गया.
बिक्रमगंज. प्रखंड की खैराभूधर पंचायत के करमैनी गांव में स्थित एक डेयरी फार्म में आग लगने से भारी आर्थिक क्षति हुई है. फार्म के मालिक संतोष कुमार ने बताया कि रौनी के बधार में लगी आग देखते ही देखते उनके फार्म तक पहुंच गयी और पल भर में ही सब कुछ खत्म हो गया. उन्होंने बताया कि सूचना पर अग्निशमन की गाड़ी आयी थी, लेकिन बिना पानी के हम लोग पानी भरने के लिए व्यवस्था दे रहे थे, लेकिन अग्निशमन के कर्मी बिक्रमगंज पानी भरने चले गये और जब वे लौट कर आये, तो सब कुछ खाक हो चुका था. उन्होंने बताया कि उनके फार्म में पाली गयी तीन गाय, एक बछड़ा, चार बकरी, तीन मुर्गियां और एक बाइक के साथ 15,000 हजार नकदी, पुआल, सरसों और गेहूं का भूसा जलकर राख हो गया. एक बकरी और एक कुत्ता जल कर गंभीर स्थिति में इलाजरत है. इस संबंध में पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आकाशदीप ने बताया कि मैं घटनास्थल पर गया था. वहां तीन गाय, एक बछड़ा, चार बकरियां और तीन मुर्गियों की रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गयी है. उन्होंने बताया कि अंचल कार्यालय के माध्यम से मिलने वाले मुआवजे को लेकर अंचलाधिकारी ही कुछ बता सकते हैं. सीओ रजत वर्णवाल ने बताया की सरकार के आंकड़ों से मिलने वाले मुआवजे के प्रावधान के अनुसार दुधारू पशुओं के लिए 30 हजार, बकरी और बछड़े के लिए तीन हजार रुपये मुआवजा का प्रावधान है. फार्म के मालिक ने बताया कि उसने 2018 से सुधा कंपनी के सहयोग से फॉर्म खोला था. लेकिन, इस वर्ष जो आर्थिक क्षति हुई, उसकी भरपाई बड़ी मुश्किल है. गरीबी से जूझते हुए हमने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काफी संघर्ष कर रहा था, लेकिन एक झटके में ही सब कुछ स्वाहा हो गया.