सासाराम : आगामी 15 अगस्त को शहर के 26 वार्डों में नयी योजना से जलापूर्ति शुरू होगी. हालांकि, अभी भी शहर के 14 वार्डों के लोग नयी योजना के लाभ से वंचित ही रहेंगे. जलापूर्ति शुरू होने के बाद शहर की कटी सड़कों व नालियों की मरम्मत होगी. तब तक शहर के लोगों को कटी सड़कों व नालियों के रुक बहाव से जमे पानी के बीच ही चलना होगा. कटी सड़कों व बंद नालियों से परेशान लोग जलापूर्ति से ज्यादा इनकी मरम्मत की दरकार रखते हैं. क्योंकि कटी सड़कों के कारण इस बरसात में चलना मुश्किल हो रहा है, तो कटी नालियों के कारण गलियों में गंदा पानी व कीचड़ जमा है. खैर, परेशानी कुछ ही दिन की है. क्योंकि कार्य एजेंसी 15 अगस्त को जलापूर्ति के ट्रायल के बाद सड़कों व नालियों की मरम्मत करायेगी, तो इससे नगर पर्षद का रुपये बचेगा.
बकौल कार्य एजेंसी बुडको के सहायक अभियंता जीतेंद्र कुमार शहर के 26 वार्डों में पाइप कार्य लगभग पूरा हो चुका है. 15 अगस्त को योजना के तहत जलापूर्ति की जायेगी. इसके बाद लीकेज की जांच होगी. सबकुछ ठीक रहने पर कटी सड़कों व नालियों की मरम्मत करायी जायेगी.
शहर के वार्ड नं. 6, 7, 14, 15, 16, 17, 19, 20, 22, 23, 26, 27, 28 व 32 में जलापूर्ति अभी नहीं होगी. इन वार्डों में नल जल योजना का कार्य कुछ में तो शुरू ही नहीं हुआ और कुछ वार्डों में पाइप बिछाने का कार्य हो रहा है.
शहर में जलापूर्ति के लिए एक पानी टंकी का कार्य पूर्ण हो चुका है. दो के निर्माण का कार्य चल रहा है. एक पानी टंकी सुलेमानगंज में बननी है, जिसकी जमीन पर अतिक्रमण के कारण अबतक कार्य शुरू नहीं हो सका है. वहीं संप हाउस गौरक्षणी में शहीद निशान सिंह लाइब्रेरी के पीछे बन रहा है. तीन आरा रोड में बनने वाले थे, लोगों के विरोध के कारण कार्य नहीं हो सका. अब दूसरी जगह जमीन के लिए बुडको ने अंचलाधिकारी से मांग की है. वर्तमान समय में पीएचइडी के पानी टंकी, संप हाउस, व पंपों के सहारे ही जलापूर्ति की संभावना है.
शहर के रौजा रोड में सड़क व अस्पताल के बीच की जमीन के अंदर जलापूर्ति के पाइप पर मकान बनने से अब परेशानी होने लगी है. गत दिनों करीब एक माह से एक मकान के नीचे पाइप लीकेज हो जाने लगातार पानी सड़क पर बह रहा था. पाइप लीकेज के कारण दक्षिण के अधिकांश मुहल्लों में जलापूर्ति बंद होने से पीने का पानी का हाहाकार मचा रहा. गुरुवार को पीएचइडी व नगर पर्षद की टीम ने बकरीद के मौके के मद्देनजर फंटे पाइप की मरम्मत करायी है. इसके बाद अगर पाइप में कुछ गड़बड़ी हुई, तो अगले त्योहार तक लोगों को पानी के लिए इंतजार करना पड़ेगा.
कोराना के कारण लॉकडाउन का असर शहरी नल जल योजना के क्रियान्वयन पर भी पड़ा है. हालांकि, योजना काफी पीछे चल रही है. इसके बावजूद आधे शहर को 15 अगस्त तक पानी पीने को मिलेगा. इस योजना को तीन माह पूर्व ही पूर्ण हो जाना चाहिए था. जो नहीं हो सका.
posted by ashish jha