हीट वेव से कस्तूरबा छात्रावास में चार छात्राएं बेहोश
करगहर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में गुरुवार को हीट वेव के चलते चार छात्राएं बेहोश हो गयीं. आनन-फानन में बेहोश छात्राओं को इलाज के लिए सरकारी एंबुलेंस से करगहर स्थित सीएचसी लाया गया. यहां सभी का इलाज चल रहा है.
करगहर. करगहर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में गुरुवार को हीट वेव के चलते चार छात्राएं बेहोश हो गयीं. आनन-फानन में बेहोश छात्राओं को इलाज के लिए सरकारी एंबुलेंस से करगहर स्थित सीएचसी लाया गया. यहां सभी का इलाज चल रहा है. बेहोश होने वाली छात्राओं में त्रिलोकपुर गांव निवासी अखिलेश राम की बेटी संजू कुमारी कक्षा सात, समहुता गांव निवासी प्रमोद राम की बेटी रीता कुमारी कक्षा छह, तुर्की गांव निवासी लालजी राम की बेटी पिंकी कुमारी कक्षा छह और कुशही गांव निवासी रविशेखर प्रसाद की बेटी रमीसा कुमारी कक्षा छह शामिल है. इस संबंध में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डेन संतोषी कुमारी ने बताया कि सुबह में छात्रावास में रहने वाली सभी छात्राएं स्वस्थ थीं. किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी. दोपहर 12 बजे चार छात्राएं अपना कपड़ा सुखाने के लिए छत पर गयी थीं. इस दौरान उनमें से एक छात्रा गिरकर बेहोश हो गयी. इसके बाद उसके साथ गयी तीन अन्य छात्राएं भी बेहोश हो कर गिर गयीं. उन्हें इलाज के लिए करगहर स्थित सीएचसी में भर्ती कराया गया है. वार्डेन ने बताया कि छात्रावास में कुल सौ छात्राएं रहती हैं. इनमें से 10 छात्राएं घर गयी हैं. फिलहाल 90 छात्राएं छात्रावास में रह रही हैं. वहीं, इस संबंध में बेहोश छात्राओं का इलाज कर रहे चिकित्सक बीके सिंह ने बताया कि प्रथम द्रष्टया सभी छात्राएं हीटवेव के चलते बेहोश हुई हैं. सभी छात्राओं को सिरदर्द और पेटदर्द होने की शिकायत है, जो हीट वेव का लक्षण ही प्रतीक हो रहा है. गौरतलब है कि चार दिन पूर्व भी नादो बसंतपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पढ़ने वाली एक बच्ची को हीट वेव के चलते नाक से खून बहने की घटना सामने आयी थी.
छात्रावास में नही दी गयी है छुट्टी
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में रहने वाली सभी छात्राओं का नामांकन करगहर ब्लॉक परिसर स्थित कन्या मध्य विद्यालय में है. सभी छात्राएं प्रतिदिन पढ़ाई करने के लिए छात्रावास से कन्या मध्य में आती हैं. लेकिन गत दिनों शासकीय आदेश के आलोक में सभी सरकारी स्कूल बंद हैं. लेकिन कस्तूरबा गांधी छात्रावास में रहने वाली छात्राओं को छुट्टी नहीं दी गयी है. इसके चलते वे भीषण हीट वेव में भी छात्रावास में रहने को विवश हैं. वार्डेन संतोषी कुमारी ने बताया कि जब से स्कूल बंद हुआ है, तब से छात्रावास में रहने वाली अधिकतर छात्राएं अपने घर जाने को लेकर परेशान हैं. सभी छात्राएं छुट्टियां मांग रही हैं. लेकिन डीपीओ और डीडीसी के आदेश के आलोक में हमलोग छात्रावास में रहने वाली बच्चियों को छुट्टी नही दे पा रहे हैं.
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