केके पाठक की धमक से राजस्व अफसरों व कर्मियों में बेचैनी
भाई, केके पाठक का विभाग बदल गया है. वह भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग में आ गये हैं. अरे, अपना क्या? अफसर समझेंगे. हमें तो अपने अफसर की ड्यूटी बजानी है.
सासाराम सदर. भाई, केके पाठक का विभाग बदल गया है. वह भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग में आ गये हैं. अरे, अपना क्या? अफसर समझेंगे. हमें तो अपने अफसर की ड्यूटी बजानी है. अरे, भाई आग ऊपर से गिरता है, लेकिन लहरना नीचे से शुरू होता है. तो आप ही बताएं. हम लोग कर क्या सकते हैं. तुम्हें पता है. अपने साहेब, रात भर पाठक जी के विभाग बदलने की चिट्ठी को पढ़ते रहे हैं. रात भर सोये नहीं हैं. बहुत परेशान नजर आ रहे हैं. इस तरह की बातें शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के अधिकतर कार्यालयों में कर्मचारी करते रहे. इसके पीछे का कारण है कि सरकार ने शिक्षा विभाग के चर्चित आइएएस ऑफिसर केके पाठक का विभाग बदलकर भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग कर दिया है. इसके बाद से जिले के राजस्व से जुड़े विभागों में बेचैनी है. केके पाठक का नाम सुन ही हड़कंप मच गया है. चर्चाएं यही होती रही कि पाठक जी ने बदनाम हो चुके शिक्षा विभाग की दिशा व दशा सुधारने की कोशिश की थी. कहीं उसी तरह राजस्व विभाग का भी कायाकल्प करने के लिए नये प्रयोग न शुरू कर दें.
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